वोडाफोन आइडिया ने हिस्सा बेचने की खबर को नकारा, शुक्रवार को रॉकेट बन गया था कंपनी का शेयर

वोडाफोन आइडिया (Vodafone-Idea) ने शुक्रवार को कहा कि वह निरंतर विभिन्न अवसरों का आकलन करती रहती है लेकिन उसके निदेशक मंडल के समक्ष अभी ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है. वोडाफोन आइडिया ने यह स्पष्टीकरण बंबई शेयर बाजार को दिया है.

author-image
Dhirendra Kumar
New Update
Vodafone Idea

वोडाफोन आइडिया (Vodafone-Idea)( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

गूगल (Google) के वोडाफोन आइडिया (Vodafone-Idea) में पांच प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने पर नजर संबंधी रिपोर्ट के बीच दूरसंचार कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि वह निरंतर विभिन्न अवसरों का आकलन करती रहती है लेकिन उसके निदेशक मंडल के समक्ष अभी ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है. वोडाफोन आइडिया ने यह स्पष्टीकरण बंबई शेयर बाजार को दिया है. उसने यह स्पष्टीकरण इस रिपोर्ट के एक दिन बाद दिया है कि अल्फाबेट की इकाई गूगल की दूरसंचार कंपनी में 5 प्रतिशत हिस्सेदारी पर नजर है. कंपनी ने शुक्रवार को बयान में कहा कि कॉरपोरेट रणनीति के तहत कंपनी अपने शेयरधारकों के मूल्य को बढ़ने के लिये विभिन्न अवसरों का आकलन करती रहती है. जब भी कंपनी का निदेशक मंडल इस प्रकार के प्रस्ताव पर विचार करेगा, कंपनी इसकी सूचना देगी और सार्वजनिक सूचना प्रकाशन की शर्तों का पालन करेगी.

यह भी पढ़ें: बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहकों की सस्ती हो जाएगी होम, ऑटो और पर्सनल लोन की EMI, जानिए क्यों

शुक्रवार को वोडाफोन आइडिया के शेयरों में करीब 35 प्रतिशत का उछाल आया
वोडाफोन आइडिया ने कहा कि फिलहान ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है, जिस पर निदेशक मंडल विचार कर रहा हो. बयान के अनुसार हम यह दोहराना चाहते हैं कि कंपनी सेबी सूचीबद्धता नियमों का पालन करेगी और कीमत से जुड़ी सभी संवेदनशील सूचनाएं शेयर बाजारों के साथ साझा करेगी. गगूल की हिस्सेदारी पर नजर की खबर से वोडाफोन आइडिया के शेयर में शुक्रवार को उछाल आया. पर कंपनी के उक्त बयान के बाद उसके शेयर में जो तेजी थी, उस पर कुछ विराम लगा. बंबई शेयर बाजार में अंत में यह करीब 13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 6.56 रुपये पर बंद हुआ. बता दें कि वोडाफोन आइडिया के शेयर में शुक्रवार को करीब 35 प्रतिशत से अधिक की तेजी देखने को मिली थी.

यह भी पढ़ें: Locust Attack: किसानों की चिंता बढ़ीं, कहीं टिड्डी चट न कर जाएं कपास और बाजरा की फसल

शुरुआती कारोबार में वोडाफोन आइडिया के शेयर बीएसई में 31.62 फीसदी की तेजी के साथ 7.66 रुपये पर पहुंच गए थे. निफ्टी में कंपनी के शेयर 31.90 प्रतिशत तेजी के साथ 7.65 रुपये पर थे. इससे पहले हाल में ही फेसबुक ने जियो प्लेटफार्म्स में हिस्सेदारी ली थी. गौरतलब है कि फाइनेंशियल टाइम्स ने गुरुवार को बताया कि गूगल वोडाफोन आइडिया लिमिटेड में पांच प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदना चाहती है. हालांकि, दोनों कंपनियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार किया था. वहीं बीएसई ने इस रिपोर्ट के संदर्भ में वोडाफोन आइडिया से स्पष्टीकरण मांगा था.

यह भी पढ़ें: आम आदमी को लग सकता है बड़ा झटका, गैर जरूरी वस्तुओं के ऊपर बढ़ सकता है टैक्स 

वोडाफोन आइडिया में गूगल की रूचि की रिपोर्ट के बाद कई विश्लेषकों ने कहा कि वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनी का कोई भी संभावित निवेश नकदी संकट से जूझ रही दूरसंचार कंपनी के लिये रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होगा, लेकिन यह इतना पर्याप्त नहीं है जिससे वोडाफोन आइडिया की समस्या दूर हो जाए. क्रेडिट सुइस ने एक रिपार्ट में कहा कि किसी बहारी इकाई द्वारा नियंत्रणकारी हिस्सेदारी के अधिग्रहण या मौजूदा प्रवर्तकों द्वारा इक्विटी पूंजी निवेश समय की जरूरत है. उसने कहा था कि हमें लगता है कि जबतक गूगल या कोई भी दूसरा निवेशक वोडाफोन आइडिया में नियंत्रणकारी हिस्सेदारी खरीदने पर गौर नहीं करता, कंपनी का 2022-23 के बाद (उस समय स्पेक्ट्रम भुगतान के लिये मिली मोहलत समाप्त होगी) बाजार में बना रहना मुश्किल होगा.

यह भी पढ़ें: मक्का किसानों के लिए बड़ी राहत, MSP पर खरीदारी शुरू कर सकती है मोदी सरकार

गोल्डमैन सैक्श ने कहा था कि समायोजित सकल आय की स्थिति आी भी अनिश्चित बनी हुई है और यह कंपनी के शुद्ध 14 अरब डॉलर के कर्ज में 50 प्रतिशत का इजाफा कर सकता है. इस स्थिति में जबतक नियामकीय देनदारी पर चीजें साफ नहीं होती दूरसंचार कंपनी के लिये निवेशकों को आकर्षित करना आसान नहीं लगता. वोडाफोन आइडिया वित्तीय दबाव में है और विशेषज्ञों ने बार-बार आगाह किया है कि कंपनी की दीर्घकाकलीन व्यवहार्यता को लेकर अंदेशा बना हुआ है. (इनपुट भाषा)

Google Investment SEBI Vodafone Idea Vodafone Idea News Vodafone Idea Share Price Stake Sale
Advertisment
Advertisment
Advertisment