What Is FPO-IPO: देश और दुनिया में तेजी से आगे बढ़ते उद्यमी गौतम अडानी इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं. इसकी बड़ी वजह है कि अडानी इंटरप्राइजेस का एफपीओ. दरअसल अडानी समूह ने अपना एफपीओ रद्द करने का फैसला लिया है. इसके बाद से ही लोगों के जहन में ये सवाल तेजी से उठ रहा है कि आखिर एफपीओ होता है क्या है और क्यों इस मामले में खुद गौतम अडानी को सफाई देने आना पड़ा है. आपमें से कई लोगों ने आईपीओ और एफपीओ के नाम सुने होंगे और कुछ इसके बारे में जानते भी होंगे, लेकिन अगर आपको इसकी जानकारी नहीं है तो हम आपको अपनी इस खबर में बताएंगे कि आखिर आईपीओ और एफपीओ होता क्या है?
अडानी समूह ने 1 फरवरी जिस दिन देश में आम बजट पेश किया जा रहा था, उस दौरान अपने 20,000 करोड़ रुपए के फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर यानी FPO को वापस लेने का फैसला लिया. यही नहीं उन्होंने इसमें निवेश किए पैसों को निवेशकों को लौटाने का भी निर्णय लिया. बस यहीं से देशभर में एफपीओ को लेकर चर्चा शुरू हो गई. कई लोग जो इस बारे में नहीं जानते वो भी ये जानने को उत्सुक दिखे कि आखिर एफपीओ है क्या?
यह भी पढ़ें - 20,000 करोड़ का FPO वापस, जानें निवेशकों के लिए क्या बोले गौतम अडानी?
क्या है Follow On Public Offer
फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर यानी FPO के नाम से ही कुछ अंदाजा तो हो जाता है कि ये पैसा जुटाने का जरिया है. बता दें कि किसी कंपनी के लिए धन जुटाने का एक तरीका है. दरअसल जो कंपनी पहले से शेयर मार्केट में रजिस्टर्ड होती है वो अपने निवेशकों के लिए नए शेयर लाती है. इसके जरिए कंपनी धन एकत्र करती है और अपने प्रॉफिट का कुछ हिस्सा शेयरों के आधार पर साझा करती है. ये शेयर कंपनी अन्य शेयरों से पूरी तरह अलग होते हैं. अडानी समूह ने भी कंपनी के लिए इसी FPO के जरिये का सहारा लिया.
क्या होता है IPO,ये FPO से कैसे अलग
Initial Public Offer के बारे में बात करें तो ये स्टॉक मार्केट में काम करने वालों के लिए कोई नया शब्द नहीं है. तमाम कंपनियां अपने IPO को समय-समय पर लॉन्च करती रहती हैं. निवेशक इसमें अपना पैसा निवेश करते हैं. लेकिन ये FPO से कुछ अलग होता है. दरअसल जब कोई कंपनी पहली बार पब्लिक को अपने शेयर ऑफर करती है तो इसे इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO कहते हैं. IPO जारी करने के बाद कंपनी शेयर मार्केट में लिस्टेड भी हो जाती है. इसके बाद निवेशक कंपनी के शेयर खरीद और बेच सकते हैं.
क्यों गौतम अडानी को देना पड़ी सफाई
अडानी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडानी ने अपने एफपीओ को वापस लेने का फैसला किया तो कंपनी और उनको लेकर तमाम तरह की बातें होने लगी. इसके बाद गुरुवार को खुद गौतम अडानी ने एफपीओ वापस लेने की वजह को साफ किया. उन्होंने कहा कि, कंपनी को पैसों की तो जरूरत है लेकिन उसके लिए निवेशकों का हित सर्वोपरी है. गौतम अडानी ने कहा कि, बाजार में चल रही उठापटक के चलते वो नहीं चाहते हैं कि उनके निवेशकों को किसी भी तरह की बड़ा नुकसान उठाना पड़े. ऐसे में कंपनी अपना एफपीओ वापस ले रही है.
HIGHLIGHTS
- FPO वापस लेने पर गौतम अडानी ने दी सफाई
- IPO और FPO में होता है बड़ा अंतर
- कंपनी को FPO से होता है बड़ा फायदा