बढ़ती असुरक्षा और बड़े पैमाने पर छंटनी के बीच, मेटा इंडिया के दो शीर्ष अधिकारियों- व्हाट्सएप इंडिया के प्रमुख अभिजीत बोस और मेटा इंडिया के सार्वजनिक नीति निदेशक राजीव अग्रवाल ने इस्तीफा दे दिया है, मंगलवार को कंपनी ने इसकी पुष्टि की है. अचानक इस्तीफों के बाद कंपनी ने भारत में व्हाट्सएप पब्लिक पॉलिसी के निदेशक शिवनाथ ठुकराल को भारत में मेटा के सभी प्लेटफॉर्म (फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप ) के लिए पब्लिक पॉलिसी निदेशक बनाया गया है. यानी इन्होंने राजीव अग्रवाल की जगह ली है.
व्हाट्सएप के प्रमुख विल कैथकार्ट ने एक बयान में कहा, मैं भारत में व्हाट्सएप के हमारे पहले प्रमुख के रूप में अभिजीत बोस के जबरदस्त योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं. उनके उद्यमशीलता अभियान ने हमारी टीम को नई सर्विस प्रदान करने में मदद की, जिससे लाखों लोगों और व्यवसायों को लाभ हुआ है. व्हाट्सएप देश के लिए और भी बहुत कुछ कर सकता है और हम भारत के डिजिटल परिवर्तन को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए उत्साहित हैं.
एक लिंक्डइन पोस्ट में, बोस ने कहा कि, व्हाट्सएप पर हमारी सभी टीम के लिए यह एक कठिन सप्ताह रहा है क्योंकि हमें पिछले सप्ताह कई अद्भुत साथियों को अलविदा कहना पड़ा था. बोस ने लिखा- मुझे भारत में व्हाट्सएप के पहले कंट्री हेड के रूप में शामिल हुए 4 साल हो गए हैं, एक छोटे से ब्रेक के बाद, मैं उद्यमशीलता की दुनिया में फिर से शामिल होने की योजना बना रहा हूं, जल्द ही इसका खुलासा करुं गा.
इस महीने की शुरूआत में, भारत में मेटा के प्रमुख अजीत मोहन ने कंपनी के एशिया-प्रशांत व्यवसाय के प्रमुख के रूप में स्नैपचैट की मूल कंपनी स्नैप में शामिल होने के लिए इस्तीफा दे दिया था.
कैथकार्ट ने राजीव अग्रवाल के इस्तीफे पर कहा कि, राजीव अग्रवाल ने नए अवसर के लिए पद छोड़ने का फैसला किया है. पिछले एक साल में, उन्होंने देश में डिजिटल समावेशन को बढ़ावा देने के लिए यूजर्स-सुरक्षा, गोपनीयता और गोल (जीओएएल) जैसे कार्यक्रमों को बढ़ाने के क्षेत्र में हमारी नीति-आधारित पहल का नेतृत्व करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
कंपनी ने पुष्टि की है कि, शिवनाथ ठुकराल को राजीव अग्रवाल की जगह मेटा के सभी प्लेटफॉर्म के लिए पब्लिक पॉलिसी निदेशक बनाया गया है. वह पहले व्हाट्सएप पब्लिक पॉलिसी के निदेशक के पद पर थे. ठुकराल 2017 से पब्लिक पॉलिसी टीम का हिस्सा रहे हैं.
मनीष चोपड़ा, डायरेक्टर, पार्टनरशिप्स, इंडिया-मेटा ने कहा- हम भारत में अपने उपयोगकर्ताओं के लिए प्रतिबद्ध हैं और नियामक प्रक्रिया में सार्थक योगदान देना जारी रखेंगे, जो सभी को भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था की पूरी क्षमता का उपयोग करने में सक्षम बनाएगी. कंपनी ने कहा कि भारत में ये शीर्ष-स्तरीय इस्तीफे हाल के समाचार चक्रों से पूरी तरह से असंबंधित हैं. यहां आपको यह बता दें कि, मेटा ने पिछले हफ्ते 11,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया था, यानी कुल कर्मचारियों के 13 प्रतिशत को बर्खास्त कर दिया.
Source : IANS