थोक मूल्य आधारित महंगाई दर फरवरी के दौरान उससे पिछले महीने की तुलना में थोड़ी कम रही है। बीते महीने थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई दर 2.48 फीसदी दर्ज की गई जबकि जनवरी में थोक वस्तुओं की महंगाई दर 2.84 फीसदी थी। वाणिज्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी 2017 में (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई 5.1 फीसदी थी।
इससे पहले सोमवार को जारी उपभोक्ता मूल्य सूंचकांक (सीपीआई) आधारित महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई, जिसकी वजह खाद्य पदार्थ और ईंधन की कीमतों में कमी बताई गई है। फरवरी में खुदरा महंगाई दर 4.4 फीसदी रही, जबकि उससे पहले जनवरी में पांच फीसदी दर्ज की गई थी।
क्रमिक आधार पर डब्ल्यूपीआई में 22.62 फीसदी की भार वाली प्राथमिक वस्तुओं की महंगाई में समीक्षाधीन महीने में महज 0.79 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि जनवरी 2018 में इनकी महंगाई दर 2.37 फीसदी थी।
ईंधन व बिजली का भार डब्ल्यूपीआई में 13.15 फीसदी है और इसकी महंगाई पिछले महीने 3.81 फीसदी दर्ज की गई जबकि जनवरी में 4.08 फीसदी थी।
हालांकि विनिर्माण उत्पादों पर खर्च जो जनवरी में 2.78 फीसदी था वह फरवरी में बढ़कर 3.04 फीसदी हो गया।
पिछले महीने प्याज के दाम में 118.95 फीसदी और आलू के दाम में 11.67 फीसदी का इजाफा हुआ।
कुल मिलाकर सब्जियों की कीमतों में फरवरी में 11.67 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया जबकि जनवरी में 40.77 फीसदी का इजाफा हुआ था।
पिछले महीने डीजल के दाम में 7.41 फीसदी और पेट्रोल में 2.52 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जोकि जनवरी की तुलना में अधिक है। एलपीजी की कीमतों में 8.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जोकि जनवरी की तुलना में कम है।
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Source : IANS