गिरावट पर खरीदारी (वैल्यु बाइंग) की वजह से गुरुवार को यस बैंक (YES Bank) के शेयर में 4 फीसदी की तेजी देखने को मिली. बता दें कि मंगलवार को YES Bank के शेयर में करीब 29 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी.
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मैक्वायरी कैपिटल सिक्यॉरिटीज (Macquarie Capital Securities) ने यस बैंक के बिजनेस को समझने में गलती को स्वीकार किया है. ब्रोकरेज हाउस यस बैंक पर पिछले 8 साल से 'कंस्ट्रक्टिव' था. हालांकि, अब ब्रोकरेज हाउस ने दो डाउनग्रेड करते हुए बैंक को अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है. मैक्वायरी ने यस बैंक का टारगेट प्राइस 40 फीसदी घटाकर 165 रुपये कर दिया है. यह मॉर्गन स्टैनली के बाद यस बैंक के लिए दूसरा सबसे कम टारगेट प्राइस है.
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प्राइवेट बैंक यस बैंक (YES Bank) के बढ़ते एनपीए और 2018-19 की चौथी तिमाही में हुए घाटे को देखते हुए निवेशकों ने मंगलवार को बैंक के शेयरों में भारी बिकवाली की थी. भारी बिकवाली की वजह से यस बैंक के शेयर में भारी गिरावट दर्ज की गई थी. पिछले सात महीने में यस बैंक के शेयर में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट थी.
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YES Bank को 1,507 करोड़ रुपये का घाटा
यस बैंक ने पिछले शुक्रवार को मार्च तिमाही के नतीजों का ऐलान किया था, जिसमें बैंक को 1,507 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. बैंक को पहली बार किसी तिमाही में घाटा हुआ है. साल भर पहले की इसी तिमाही में यस बैंक ने 1,180 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था. मार्च तक बैंक का कुल एनपीए दोगुना होकर उसकी कुल संपत्ति का 3.22 फीसदी हो गया, जो 2017-18 के अंत में 1.28 फीसदी था.
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Source : News Nation Bureau