यस बैंक (Yes Bank) की 15 साल पहले सह-स्थापना के बाद संस्थापक और पूर्व CEO राणा कपूर (Rana Kapoor) ने बैंक में करीब करीब अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी और उनके पास मात्र 900 शेयर (Share) रह गये. मंगलवार को भेजी गई नियामकीय सूचना में यह कहा गया है. बता दें कि रिजर्व बैंक (RBI) ने राणा कपूर का कार्यकाल एक साल पहले ही समाप्त कर दिया था. शहर मुख्यालय वाले निजी क्षेत्र के इस बैंक ने एक अन्य नियामकीय जानकारी में कहा है कि उसने पिछले वित्त वर्ष में 2,299 करोड़ रुपये के फंसे कर्ज की कम जानकारी दी थी.
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शुद्ध आय में 40 फीसदी की गिरावट
इससे वर्ष के दौरान बैंक की शुद्ध आय में 40 प्रतिशत शुद्ध कमी आ गई. बैंक ने कहा है कि कपूर एक समय बैंक में अपनी होल्डिंग को हीरा मानते रहे हैं और कहा कि वह कभी इसे नहीं बेचेंगे, लेकिन आज उनके पास 900 के करीब शेयर ही रह गये हैं जिसका दाम मंगलवार के शेयर मूल्य के हिसाब से 58,000 रुपये से भी कम रह गया है. रिजर्व बैंक ने अगस्त 2018 में राणा कपूर की फिर से नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी देने से इनकार कर दिया था.
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2004 में शुरू हुआ था बैंक
2004 में राणा कपूर ने अशोक कपूर के साथ मिलकर यस बैंक को शुरू किया था. राणा कपूर ने अपनी कड़ी मेहनत से 15 साल में बैंक को देश का चौथा सबसे बड़ा निजी बैंक बना दिया. गौरतलब है कि सितंबर में RBI ने राणा कपूर के कार्यकाल विस्तार पर रोक लगा दिया था. RBI ने बैंक को नया MD और CEO चुनने को कहा था. राणा का कार्यकाल 31 जनवरी को खत्म हो गया था. फिलहाल यस बैंक के CEO रवनीत गिल हैं.