मौजूदा समय में पेपर नैपकिन (Tissue Paper) की मांग में काफी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. आज आप Tissue Paper को अपने घरों, होटल, रेस्टोरेंट और दफ्तरों में भी आसानी से देख सकते हैं. Tissue Paper की मांग शहरों के साथ-साथ गांवों में भी देखने को मिल रही है. जानकारों के मुताबिक पेपर नैपकिन (Tissue Paper) का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में पेपर नैपकिन के कारोबार में हाथ डालना फायदे का सौदा साबित हो सकता है.
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सरकार की मदद से शुरू कर सकते हैं बिजनेस
पेपर नैपकिन के बिजनेस को शुरू करने के लिए आप सरकार की भी मदद ले सकते हैं. सरकार की मदद से आप पेपर नैपकिन (Tissue Paper) की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट (फैक्टरी) लगा सकते हैं. साथ ही लाखों रुपये की आमदनी कर सकते हैं.
सिर्फ 3.50 लाख रुपये लगाकर कर सकते हैं बिजनेस
आपको पेपर नैपकिन (Tissue Paper) की फैक्टरी लगाने के लिए सिर्फ 3.50 लाख रुपये का शुरुआती इंतजाम करना है. इसके बाद मुद्रा स्कीम के अंतर्गत कर्ज के लिए किसी भी बैंक में आवेदन कर सकते हैं. बैंक से आपको 3.10 लाख रुपये का टर्म लोन और वर्किंग कैपिटल लोन 5.30 लाख रुपये का मिल जाएगा. इस तरह से आपके प्रोजेक्ट की कुल लागत 11.90 लाख रुपये आएगी.
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किन मशीनरी की है जरूरत
मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए 2 कलर फ्लैक्सोग्राफिक मशीन, 1 टैस्टिंग इक्विपमेंट, एज सीलिंग एंड कटिंग मशीन, हैंड टूल्स और रॉ टिश्यू पेपर की जरूरत होगी.
प्रोजेक्ट पर कितनी आएगी लागत
इस प्रोजेक्ट के तहत 4 लाख रुपये की मशीनरी, 7 लाख रुपये मासिक रॉ मैटेरियल, सैलरी पर 3.60 लाख रुपये सालाना खर्च आएगा. प्रोजेक्ट की कुल लागत 92.50 लाख रुपये सालाना आने की उम्मीद है. बिक्री की बात करें तो पेपर नैपकिन की औसत बिक्री 65 रुपये प्रति किलो के आस-पास होने की संभावना है. ऐसे में सालाना बिक्री 97.50 लाख रुपये के आस-पास बैठती है. इस तरह से आपको सालाना 5 लाख रुपये आमदनी होने का पूरा अनुमान है.
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Source : News Nation Bureau