सातवां वेतन आयोग (7th Pay Commission): केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के द्वारा महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में बढ़ोतरी को फ्रीज करने के फैसले के बाद सरकारी कर्मचारियों के मन में असमंजस का माहौल बना हुआ है. दरअसल, कर्मचारियों की चिंता है कि सरकार कहीं ट्रैवल अलाउंस और मेडिकल अलाउंस में भी कटौती जैसे कदम नहीं उठा ले. हालांकि सरकार की ओर से इस तरह के तमाम खबरों का खंडन किया है.
यह भी पढ़ें: Covid-19: आनंद महिंद्रा ने मोदी सरकार को लॉकडाउन को हटाने के लिए दिए ये सुझाव
ट्रैवल अलाउंस और मेडिकल अलाउंस में कटौती का कोई भी प्रस्ताव: पीआईबी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकारी एजेंसी प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए इस तरह की सभी खबरों का खंडन किया है. पीआईबी फैक्ट चेक नाम से ट्विटर हैंडल पर यह जानकारी दी गई है कि सरकार की ओर से ट्रैवल अलाउंस और मेडिकल अलाउंस में कटौती का कोई भी प्रस्ताव नहीं है. इसके अलावा ट्ववीट में यह भी कहा गया है कि मीडिया में आई ये सभी खबरें गलत और पूरी तरह से आधारहीन है. पीआईबी की ओर से कहा गया है कि कर्मचारियों को इस तरह के खबरों के ऊपर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देना है. उन्हें ये भत्ते पहले की ही तरह मिलते रहेंगे.
यह भी पढ़ें: लॉकडाउन में SBI सिर्फ 45 मिनट में दे रहा है सबसे सस्ता लोन, 6 महीने तक EMI भी नहीं देना होगा
बता दें कि वित्त मंत्रालय पहले ही इस तरह के खबरों को भ्रामक और गलत करार दे चुका है. गौरतलब है कि पीआईबी फैक्ट चेक ने वित्त मंत्रालय के एक दस्वावेज को भी शेयर किया है. इस दस्तावेज के मुताबिक सरकारी कर्मचारियों को एलटीसी, मेडिकल रिबर्समेंट और ओटीए समेत अन्य भत्ते पहले की तरह मिलते रहेंगे. इन भत्तों में सरकार की ओर से कटौती का कोई प्रस्ताव नहीं है.