Coronavirus (Covid-19): कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने हर तरफ हाहाकार मचाया हुआ है. कोरोना संक्रमण के इलाज में लोगों के खून पसीने की गाढ़ी कमाई खर्च हो रही है. निजी अस्पतालों में तो कोविड के इलाज के लिए लोगों के लाखों रुपये तक खर्च हो रहे हैं. यही वजह है कि मौजूदा भयावह परिस्थितियों को देखते हुए अब लोग सम एश्योर्ड (Sum Assured Amount) को बढ़ाने के लिए ज्यादा इंश्योरेंस प्रीमियम (Insurance Premium) भर रहे हैं. बीमाधारक कोविड की दूसरी लहर में इलाज के खर्च का बोझ उसके ऊपर नहीं पड़े इसके लिए ज्यादा प्रीमियम चुका रहा है ताकि क्लेम की रकम ज्यादा मिल सके.
पिछले साल मई के मुकाबले सम एश्योर्ड अमाउंट 65 फीसदी बढ़ा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीमा नियामक IRDAI के आंकड़ों के अनुसार बीमाधारक जीवन बीमा (Life Insurance) और हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) का सम एश्योर्ड अमाउंट बढ़ा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक IRDAI के आंकड़ों के अनुसार सम एश्योर्ड अमाउंट बढ़ाने की वजह से बीमधारकों को ज्यादा प्रीमियम का भुगतान करना पड़ा है. IRDAI के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल मई के मुकाबले इस साल मई में सम एश्योर्ड अमाउंट 65 फीसदी बढ़ गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोविड के महंगे इलाज से बचाव के लिए बीमाधारक इंश्योरेंस प्रीमियम में बढ़ोतरी कर रहे हैं. हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम की बात करें तो इसमें 66.6 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है.
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प्राइवेट सेक्टर की बीमा कंपनियों में 75 फीसदी का ग्रोथ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक IRDAI के आंकड़ों के अनुसार मई 2020 में 2.4 लाख करोड़ सम एश्योर्ड अमाउंट दर्ज किया गया था, लेकिन अब सम एश्योर्ड बढ़कर 3.9 लाख करोड़ रुपये हो गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लोगों का रुझान सरकारी कंपनियों की बजाए प्राइवेट बीमा कंपनियों की ओर ज्यादा बढ़ा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोनाकाल में प्राइवेट सेक्टर की बीमा कंपनियों में 75 फीसदी का ग्रोथ देखने को मिला है.
HIGHLIGHTS
- लोगों का रुझान सरकारी बीमा कंपनियों की बजाय प्राइवेट बीमा कंपनियों की ओर ज्यादा बढ़ा
- मई 2020 में 2.4 लाख करोड़ सम एश्योर्ड अमाउंट रहा, अब यह बढ़कर 3.9 लाख करोड़ रुपये हुआ