Financial Planning: कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Epidemic) की वजह से लोगों में नौकरी और अपने कामकाज को लेकर काफी अनिश्चितताएं बढ़ गई हैं. इस महामारी के दौरान अगर आप निवेश (Investment) की योजना बना रहे हैं तो आपको कई बातों का ध्यान रखने की जरूरत है. दरअसल, आप जब निवेश की योजना बना रहे होते हैं तो आपको कई जगहों से यहां वहां निवेश की सलाह मिलती रहती है. ऐसे में आप यह सोचने लगते हैं कि किन प्रोडक्ट्स में निवेश करें कि पैसे में बढ़ोतरी भी हो जाए और किसी तरह का नुकसान भी नहीं हो.
यह भी पढ़ें: आम आदमी को 9वें दिन भी राहत नहीं, आज फिर महंगा हो गया पेट्रोल-डीजल, देखें ताजा रेट लिस्ट
जानकारों का कहना है कि जब आप कोई भी फाइनेंशियल प्रोडक्ट (Financial Product) खरीदने जा रहे होते हैं तो उसके लिए काफी सावधानी बरतनी चाहिए और पैसों को देखते हुए किसी भी आंख बंद करके विश्वास नहीं करना चाहिए, अन्यथा आपको बड़ी परेशानी हो सकती है.
यह भी पढ़ें: Gold Silver Rate Today 15 June 2020: MCX पर सोने-चांदी में आज गिरावट पर खरीदारी का मौका, महंगे हो सकते हैं भाव
निवेश से पहले इन बातों का रखें खास ध्यान
आप जब किसी से फाइनेंशियल प्रोडक्ट खरीदने को लेकर चर्चा कर रहे हों तो आपको इस बात का ख्याल जरूर रखना चाहिए कि हो सकता है कि अमुक व्यक्ति आपको उस प्रोडक्ट से जुड़ी पूरी जानकारी शायद नहीं दे रहा हो. चूंकि उस पूरी प्रक्रिया में पैसा शामिल होता है इसलिए सावधानी सबसे पहली जरूरी और अहम चीज है. जानकारों का कहना है कि फाइनेंशियल उत्पादों के जरिए निवेशक तभी ज्यादा मुनाफा कमा सकता है जबकि कंपनी को कम पैसा जा रहा हो.
यह भी पढ़ें: Covid-19: कोरोना वायरस के खौफ के चलते देश में इंश्योरेंस की ओर लोगों का बढ़ा रुझान
वहीं इसके विपरीत अगर कंपनी ज्यादा कमा रही है और आपको रिटर्न कम मिल रहा है तो इसका सीधा मतलब है कि आपको डिविडेंड या रिटर्न कम दिया जा रहा है. जानकारों का कहना है कि फाइनेंशियल प्रोडक्ट एक बनी बनाई लकीर पर काम नहीं करते हैं, इसलिए निवेशकों को निवेश से पहले उसकी हर पहलू की जांच परख जरूर करनी चाहिए.
यह भी पढ़ें: सरकार ने शून्य जीएसटी रिटर्न फाइल करने वालों के लिए शुरू की ये सेवा, 22 लाख टैक्सपेयर्स को होगा फायदा
कैसे चुन सकते हैं निवेश के सही विकल्प
निवेशकों को निवेश के सही विकल्पों का चुनाव करने के लिए यह जरूरी है कि उसे उस प्रोडक्ट के बारे में पूरी जानकारी हो. मान लीजिए कि निवेशक के पास उस प्रोडक्ट के बारे में पूरी जानकारी नहीं है तो उसे उससे जुड़ी सारी जानकारी हासिल करनी चाहिए. जानकारों का कहना है कि अविश्वास और शंका का नजरिया रखने से किसी प्रोडक्ट के झूठे झांसे से निवेशक बच सकते हैं.