क्रेडिट स्कोर (Credit Score): अक्सर देखा गया है कि सभी डॉक्यूमेंट सही होने के बावजूद लोन (Loan) नहीं मिल पाता है. बैंक खराब क्रेडिट स्कोर का हवाला देकर लोन देने से मना कर देते हैं. अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि अगर आपका क्रेडिट स्कोर खराब है तो उसे सुधारने के लिए क्या किया जा सकता है. इस रिपोर्ट में हम आपको ऐसे ही बेहतरीन टिप्स बताएंगे जिसके जरिए क्रेडिट स्कोर सुधारने में काफी मदद मिलेगी. साथ ही क्रेडिट स्कोर से जुड़ी समस्याओं को भी दूर करने की कोशिश करेंगे.
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क्रेडिट स्कोर कैसे होता है खराब
जानकार कहते हैं कि समय पर लोन का पेमेंट नहीं करने, लोन डिफॉल्ट करने, लोन सेटलमेंट करने और क्रेडिट कार्ड के बिल का समय पर भुगतान नहीं करने से क्रेडिट स्कोर खराब हो जाता है. इसके अलावा दूसरे के लोन का गारंटर बनने पर भी आपका क्रेडिट स्कोर (cibil score calculation) खराब होने की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे में समय पर सभी तरह के पेमेंट करने की कोशिश करनी चाहिए.
क्रेडिट स्कोर को कैसे सुधारें - How To Improve Credit Score
एक्सपर्ट कहते हैं कि आम लोगों को क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल करना चाहिए ताकि उन्हें किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हो. क्रेडिट कार्ड के सही इस्तेमाल से भी क्रेडिट स्कोर (free credit score check) को सुधारा जा सकता है. समय पर क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान करना चाहिए और लिमिट का तीस से चालीस फीसदी ही इस्तेमाल करना चाहिए. अगर लिमिट से ज्यादा खर्च हो भी गया हो तो भविष्य में खर्च पर नियंत्रण की कोशिश करनी चाहिए. इसके अलावा समय-समय पर क्रेडिट रिपोर्ट की समीक्षा करते रहना चाहिए.
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कैसे मिलेगी क्रेडिट रिपोर्ट
आजकल क्रेडिट स्कोर की रिपोर्ट हासिल करना बहुत ही आसान है. इसके लिए इंटरनेट पर कई वेबसाइट्स मौजूद हैं जहां से क्रेडिट रिपोर्ट हासिल लिया जा सकता है. उन वेबसाइट पर अकाउंट बनाकर रिपोर्ट हासिल कर सकते हैं. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि कभी भी लोन और क्रेडिट कार्ड लेने के लिए सीधे कंपनी से संपर्क नहीं करना चाहिए. लोगों को ऑनलाइन फाइनेंशियल मार्केटप्लेस के जरिए ही पूछताछ करना चाहिए.
समय पर बिल का भुगतान करना जरूरी
क्रेडिट स्कोर सही रखने के लिए यह बेहद जरूरी है कि क्रेडिट कार्ड के बिल, लोन की EMI का समय पर पेमेंट किया जाए. समय पर पेमेंट नहीं करने पर लेट पेमेंट फीस देनी पड़ती है जिसका आपके क्रेडिट स्कोर पर निगेटिव असर पड़ता है. लोगों को सिर्फ सिक्योर्ड ही नहीं अन-सिक्योर्ड लोन भी लेना चाहिए. आमतौर पर देखा जाता है कि लोग होम और कार जैसे सिक्योर्ड लोन ही लेते हैं. पर्सनल लोन वगैरह अन-सिक्योर्ड लोन की कैटेगरी में आते हैं. ऐसे में अन सिक्योर्ड लोन का समय पर पेमेंट करने से क्रेडिट स्कोर बेहतर होता है.