Employees Provident Fund Organisation: केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के इस दौर में नौकरीपेशा लोगों को बड़ी राहत दी है. दरअसल, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के इस दौर में पैसे की निकासी का दावा करने के लिए ईपीएफ सदस्य (EPF Member) को कोई प्रमाण पत्र या दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता नहीं है.
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EPF अकाउंट से आसानी से पैसा निकाल सकेंगे कर्मचारी
मोदी सरकार के इस फैसले से नौकरीपेशा लोगों को काफी सहूलियत मिलने की संभावना है और अब वे काफी आसानी से अपने प्रॉविडेंट फंड (Provident Fund) के पैसे की निकासी कर सकेंगे. गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के इस संकट के दौर में ईपीएफ सदस्यों को उनके प्रॉविडेंट फंड अकाउंट से 3 महीने की वेतन के बराबर पैसा निकालने की छूट दी थी. वहीं अब कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने ट्वीट के जरिए जानकारी दी है कि कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में कोई भी कर्मचारी बगैर किसी प्रमाणपत्र और दस्तावेज के पैसे की निकासी कर सकता है.
To avail withdrawal claim for "outbreak of pandemic-COVID19", an EPF member does not need to submit any certificate or documents.#CoronaVirus #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/GYfFUiPDtY
— EPFO (@socialepfo) July 8, 2020
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EPFO की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के इस दौर में पैसे की निकासी का दावा करने के लिए ईपीएफ सदस्य (EPF Member) को कोई प्रमाण पत्र या दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता नहीं है. EPFO ने सभी अंशदाताओं को यह सलाह भी जारी की है कि EPFO के सोशल मीडिया हैंडल को सब्सक्राइब करने से पहले अच्छी तरह से जांच अवश्य कर लें. EPFO का कहा है कि मिलते-जुलते अकाउंट्स को फॉलो करने की वजह से अंशदाताओं के साथ धोखाधड़ी हो सकती है. EPFO के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक- @socialepfo, ट्विटर- @socialepfo और यूट्यूब- @Employees' Provident Fund Organitsation हैं.