मौजूदा समय में ज्यादातर बचत योजनाओं और फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) पर ब्याज कम मिल रहा है. यही वजह है कि अब लोग निवेश के अन्य विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं. एक समय ऐसा भी था जब सरकार खुद सबसे बड़ा उधार लेने वाली (Borrower) थी. उस समय आम लोगों को बचत योजनाओं पर खूब ब्याज मिला करता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. ऐसे में आज के समय में अगर निवेशकों को बचत योजनाओं और फिक्स्ड डिपॉजिट से हटकर अन्य निवेश के माध्यमों में निवेश करने को कहा जाए तो उनके पास शेयर बाजार एक अच्छा माध्यम हो सकता है.
यह भी पढ़ें: शेयर बाजार गुलजार, 700 प्वाइंट उछला सेंसेक्स, निवेशकों ने 2 लाख करोड़ रुपये बनाए
रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए काफी अहम है शेयर में निवेश
जानकारों के मुताबिक बेहतर रिटायरमेंट के लिए अपने पोर्टफोलियो में इक्विटी को रखने से काफी फायदा हो सकता है. दरअसल, लॉन्ग टर्म में शेयर में निवेश से अच्छा पैसा बनने का चांस रहता है. इसके अलावा यह पोर्टफोलियो को महंगाई से भी बचाकर रखती है. चूंकि सीनियर सिटीजन को तात्कालिक जरूरतों के लिए बहुत ज्यादा पैसे की जरूरत नहीं होती है इसलिए शेष पैसा बढ़ता रहता है. साथ ही अगर कोई बुजुर्ग अपने बच्चों के लिए एक अच्छी विरासत को भी छोड़कर जाना चाहते हैं तो उनके लिए शेयर मार्केट में निवेश सबसे अच्छा माध्यम हो सकता है.
यह भी पढ़ें: छोटे दिख रहे इन उपायों के जरिए की जा सकती है मोटी बचत, जानिए कैसे
इक्विटी के साथ फिक्स्ड इनकम वाले इंस्ट्रूमेंट में करें निवेश
रिटायरमेंट की प्लानिंग करने वाले लोगों को शेयर बाजार के साथ ही फिक्स्ड इनकम वाले इंस्ट्रूमेंट में भी निवेश करना चाहिए. इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपकी इक्विटी के जरिए पैसे को ग्रोथ मिलती है और फिक्स्ड इनकम के जरिए तात्कालिक जरूरतें पूरी होती हैं.
यह भी पढ़ें: Gold Rate Today 4 Feb 2020: ज्यादातर जानकार जता रहे हैं सोने-चांदी में गिरावट की आशंका, देखें टॉप ट्रेडिंग कॉल्स
अक्सर देखा गया है कि ज्यादातर रिटायर होने वाले लोग किराया, दूसरी नौकरी और डिविडेंड के जरिए होने वाली आय का रास्ता अपनाते हैं. हालांकि यह अच्छा रास्ता है लेकिन अगर आप इक्विटी में निवेश करते हैं तो रिटायरमेंट के समय एक शानदार फंड इकट्ठा हो जाता है जिसके जरिए आप अपनी इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं. अगर आप सीधे शेयर में निवेश नहीं करना चाहते हैं तो आपको म्यूचुअल फंड के तहत बैलेंस फंड में निवेश किया जा सकता है. बैलेंस फंड में ज्यादातर हिस्सा डेट में निवेश किया जाता है इसलिए यह सुरक्षित भी होता है.