दिवाली (Diwali) पर आमतौर पर लोग अमीर (Rich) बनने के लिए नया निवेश करते हैं. ऐसे में गोल्ड (Gold) में निवेश करके अमीर बनने का सपना पूरा किया जा सकता है. इसके लिए सरकार की सॉवरेन स्वर्ण बांड (एसजीबी) (sovereign gold bond) (SGB) अच्छा जरिया हो सकती है. इन सॉवरेन स्वर्ण बांड (SGB) को खरीदने पर जहां गोल्ड (Gold) में निवेश (investment in gold) भी होता है, वहीं इस निवेश (investment) पर सरकार ब्याज भी देती है. इसके अलावा गोल्ड (Gold) की शुद्धता (purity of gold) की गारंटी भारत सरकार (Government of India guarantees) देती है. इस योजना के तहत 9 नवंबर तक निवेश किया जा सकता है. जो लोग 9 नवंबर तक गोल्ड बांड खरीदेंगे उन्हें यह बांड 13 नवंबर को जारी किए जाएंगे. इन गोल्ड बांड (SGB) में निवेश करने वालों को हर साल 2.5 फीसदी का ब्याज भी दिया जाएगा.
क्या है गोल्ड बांड (SGB) योजना
सॉवरेन स्वर्ण बांड (SGB) योजना शुरुआत हो चुकी है. लोग 9 नवंबर तक इस योजना में निवेश कर सकते हैं. इसके लिए सरकार ने 3,183 रुपए प्रति ग्राम का रेट तय किया है. हालांकि अगर आप ऑनलाइन या डिजिटल माध्यम से भुगतान करते हैं तो आपको 50 रुपए प्रति ग्राम की छूट (discount on gold purchases) मिलेगी.
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बाजार भाव से मिल रहा सस्ता
5 नवंबर को बाजार में सोने का भाव जहां 3270 रुपए प्रति एक ग्राम था वहीं सॉवरेन स्वर्ण बांड (sovereign gold bond) (एसजीबी) में खरीदारी में यह सोना 3183 रुपए प्रति ग्राम के भाव पर मिलेगा. इस प्रकार 87 रुपए प्रति दस ग्राम सस्ता मिल रहा है. लेकिन अगर आप सॉवरेन स्वर्ण बांड (SGB) योजना में गोल्ड लेने के लिए पेमेंट ऑनलाइन करते हैं तो आपको 50 रुपए प्रति ग्राम के हिसाब से छूट (discount on gold purchases) भी मिलेगी. इस प्रकार आप यह गोल्ड प्रति ग्राम करीब 137 रुपए सस्ते में ले सकते हैं.
सॉवरेन स्वर्ण बांड (SGB) में निवेश की सीमा
इस स्कीम एक ग्राम सोने से शुरुआत हो सकती है. इसके बाद कोई भी व्यक्ति एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 500 ग्राम सोने का बॉन्ड (SGB) खरीद सकता है. एक व्यक्ति के लिए अधिकतम सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (sovereign gold bond) की सीमा 4 किलोग्राम और किसी संगठन के लिए 20 किलोग्राम सोने के बराबर गोल्ड बॉन्ड (SGB) खरीदने की है.
जानें मैच्योरिटी पीरियड
इस गोल्ड बॉन्ड (SGB) में निवेशकों को कम से कम 8 सालों के लिए निवेश करना होगा. हालांकि निवेशकों को पांचवें, छठें और सातवें साल में इसे कैशा करा सकते हैं.
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जानें टैक्स के नियम
एसजीबी (SGB) में पैसा लगाने वाले निवेशकों को ब्याज से होने वाली आय आयकर की धारा 43 के तहत टैक्सेबल है, लेकिन निजी व्यक्तियों को इससे होने वाले कैपिटल गेंस से छूट मिली हुई है.
कब शुरू हुई थी योजना
सरकार ने नवंबर 2015 में सॉवरेन स्वर्ण बांड (SGB) योजना की शुरुआत की थी. योजना के तहत कम से एक ग्राम सोने के लिए बांड खरीदा जा सकता है. अधिकतम सीमा प्रति व्यक्ति प्रतिवर्ष 500 ग्राम तक की है.
कौन बेचता है गोल्ड बांड
इन बांड की बिक्री बैंक (Bank), स्टॉक होल्डिंग्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), चुनिंदा डाकघरों (Post Offices) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) एवं बीएसई (BSE) के जरिए की जाएगी.
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कैसे हो सकती है खरीदारी
लोग इन स्वर्ण बांड (SGB) को खरीदने के बैंक के अलावा पोस्ट ऑफिस (Post Office) से भी संपंर्क कर सकते हैं. इसके अलावा सभी शेयर ब्रोकर्स के माध्यम से भी इनमें निवेश किया जा सकता है. सॉवरेन स्वर्ण बांड (SGB) डीमैट (Demat) में ऑनलाइन (Online) खरीदने के अलावा प्रमाणपत्र के रूप में लिए जा सकते हैं.
नवंबर माह में गोल्ड का रेट (Gold Rate)
24 कैरेट गोल्ड का रेट (Gold Rate) 5 नवंबर को गोल्ड को 32,700 रुपए प्रति दस ग्राम था. यह रेट 3 नवंबर को 32,800 रुपए प्रति दस ग्राम और 2 नवंबर को 32,700 रुपए प्रति दस ग्राम था.
गोल्ड में निवेश का रिटर्न जानें
अगर किसी ने गोल्ड में 10 साल पहले 1 लाख रुपए का निवेश किया होता तो उसकी वैल्यू आज 2.67 लाख रुपए होगी. इस दौरान गोल्ड (Gold) ने 10.35 फीसदी का CAGR रिटर्न दिया है. लेकिन अगर यह पैसा किसी ने बैंक की FD में रखा होता उसकी वैल्यू इस वक्त 2.15 लाख रुपए होगी. यानी करीब 50 हजार रुपए से ज्यादा का नुकसान.
लेकिन अगर गोल्ड (Gold) में यह निवेश 13 साल पहले किया गया होता तो निवेशकों (Investor) का फायदा और भी ज्यादा होता. पिछले 13 साल में गोल्ड (Gold) ने 12.40 फीसदी का CAGR रिटर्न दिया है. इस लिहाज से 1 लाख रुपए के गोल्ड (Gold) में निवेश की वैल्यू 4.57 लाख रुपए की होती. लेकिन अगर किसी ने यह पैसा बैंक की FD में रखा होगा तो उसकी वैल्यू आज 2.72 लाख रुपए होगी. इस प्रकर करीब पौने दो लाख रुपए का नुकसान हो रहा होगा. यहां पर FD का ब्याज 8 फीसदी मानकर गणना की गई है.
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पिछले 13 साल में फेस्टिव सीजन में गोल्ड का भाव
-30 अक्टूबर 2005 को भाव 6990 रुपए
-19 अक्टूबर 2006 को भाव 8728 रुपए
-7 नवंबर 2007 को भाव 10710 रुपए
-26 अक्टूबर 2008 को भाव 11915 रुपए
-15 अक्टूबर 2009 को भाव 15817 रुपए
-3 नवंबर 2010 को भाव 19625 रुपए
-24 अक्टूबर 2011 को भाव 26735 रुपए
-11 नवंबर 2012 को भाव 31588 रुपए
-1 नवंबर 2013 को भाव 30626 रुपए
-21 अक्टूबर 2014 को भाव 27458 रुपए
-9 नवंबर 2015 को भाव 25800 रुपए
-28 अक्टूबर 2016 को भाव 30049 रुपए
-17 अक्टूबर 2017 को भाव 29671 रुपए
-5 नवंबर 2018 को भाव 32,700 रुपए
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कौन खरीद सकता है गोल्ड बांड
देश का कोई भी इंडिविजुअल, हिन्दू अनडिवाइडेड फैमिली (Hindu Undivided Family), ट्रस्ट (Trust), यूनिवर्सिटीज और चैरिटेबल संस्थाएं (Charitable organizations) इस बॉन्ड (Gold Bond) को खरीद सकती हैं.
Source : Vinay Kumar Mishra