Insurance Claim Rejection: महंगाई के इस समय में इंश्योरेंस (Insurance) हर दूसरे व्यक्ति की जरूरत बन गया है. भविष्य में वित्तीय खर्चों के बोझ से राहत के लिए इंश्योरेंस (Insurance) करवाना ही एकमात्र रास्ता है. ऐसे में कई बार ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं जब आप इंश्योरेंस (Insurance Claim Rejection) का पैसा क्लेम करना चाहते हैं पर कंपनी कुछ ना कुछ बहाने से अपने हाथ पीछे खींच लेती है. ऐसे में चाहे आप हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) लेने जाएं चाहे लाइफ इंश्योरेंस (Life Insurance) कुछ बातों का ध्यान इंश्योरेंस करवाते समय ही दें, ताकि भविष्य में पैसों के अटकने की स्थिति ना आए.
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इंश्योरेंस (Insurance) कंपनियां क्यूं करती है आनाकानी
जानकार बताते हैं कि लाइफ इंश्योरेंस क्लेम के रिजेक्ट होने के पीछे कई वजहें शामिल होती हैं. कई बार व्यक्ति किसी पुरानी बीमारी से जूझ रहा होता है जिसका खुलासा ना होना क्लेम की रिजेक्शन की वजह बनता है. वहीं दूसरी वजहों में कारोबार की गलत जानकारियां देना भी शामिल होता है. इन स्थितियों में इंश्योरेंस कंपनियां इंश्योरेंस के पैसा देने में आनाकानी कर सकती हैं.
इन बातों का रखें ध्यान
पॉलिसी करवाने पर संबंधित ब्रोशर को ध्यान से पढ़ना चाहिए.
प्रपोजल फॉर्म भरने के दौरान सही जानकारियां ही भरनी चाहिए.
झांसों में आने से बचना चाहिए हमेशा संदेश की स्थितियों में सर्विस सेंटर कॉल कर सही जानकारी लेनी चाहिए
किसी भरोसेमंद स्रोत या खुद की रिसर्च कर ही बीमा पॉलिसी को खरीदना चाहिए.
बीमाकर्ता की ओर से आए वेरिफिकेश कॉल पर सारे सवालों का सोच समझ कर जवाब देना चाहिए
HIGHLIGHTS
- इंश्योरेंस क्लेम के रिजेक्ट होने का कारण कारोबार की गलत जानकारियां देना होता है
- पुरानी बिमारियों का बाद में खुलासा होना भी क्लेम रिजेक्शन का कारण बनता है