Investment: शेयरों में निवेश से जुड़ी म्यूचुअल फंड योजनाओं (Mutual Fund Schemes) में अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में पिछली तिमाही की तुलना में निवेश 50 फीसदी घटकर करीब 12,000 करोड़ रुपये रहा. इसकी प्रमुख वजह आर्थिक वृद्धि (Economic Growth) में नरमी और शेयर मूल्यांकन को लेकर निवेशकों की चिंता है. निवेश में यह कमी सभी श्रेणी के इक्विटी फंड में देखी गयी जिसमें बड़ी कंपनियों (लार्ज कैप), मझोली कंपनियों (एम कैप) छोटी कंपनियों (स्मॉल कैप) के शेयरों और लाभांश से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं.
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शेयर मार्केट से जुड़ी म्यूचुअल फंड योजनाओं का कुल निवेश 11,837 करोड़ रुपये
मॉर्निंगस्टार की रिपोर्ट के अनुसार समीक्षावधि में शेयर बाजार (Share Market) से जुड़ी म्यूचुअल फंड योजनाओं का कुल निवेश 11,837 करोड़ रुपये रहा जो जुलाई-सितंबर तिमाही में 23,874 करोड़ रुपये था. इससे पहले अप्रैल-जून तिमाही में इस तरह की योजनाओं में निवेश 17,500 करोड़ रुपये था. हालांकि दिसंबर में समाप्त तिमाही में ऐसी म्यूचुअल फंड योजनाओं का परिसंपत्ति आधार छह प्रतिशत बढ़कर 7.7 लाख करोड़ रुपये रहा.
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शेयर बाजार से जुड़ी म्यूचुअल फंड योजनाओं में कुल निवेश का 30 प्रतिशत से अधिक हिस्सा सीधे बड़ी कंपनियों के शेयरों में निवेश किया गया. समीक्षावधि में इस श्रेणी की योजनाओं में 3,500 करोड़ रुपये निवेश किए गए वहीं मझोली कंपनियों के शेयरों में इस दौरान 2,688 करोड़ रुपये और छोटी कंपनियों के शेयरों में 1,360 करोड़ रुपये निवेश किए गए. (इनपुट भाषा)
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(Disclaimer: निवेशक निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें. न्यूज स्टेट की खबर को आधार मानकर निवेश करने पर हुए लाभ-हानि का न्यूज स्टेट से कोई लेना-देना नहीं होगा. निवेशक स्वयं के विवेक के आधार पर निवेश के फैसले लें)