शुरुआती कारोबार में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे की मजबूती के साथ 71.87 पर खुला. मुद्रा कारोबारियों के अनुसार निर्यातकों और बैंकों के डॉलर की बिकवाली से रुपया को समर्थन मिला है. इसके अलावा अन्य विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर होने से भी रुपया मजबूत हुआ है. रुपए के मजबूत होने से लोगों का विदेशों में धूमना और विदेश में बच्चों को पढ़ाना सस्ता हो जाएगा.
विदेशी निवेश बढ़ने और घरेलू शेयर बाजारों के उच्च स्तर पर खुलने का असर भी रुपया पर पड़ा है. आरंभिक आंकड़ों के अनुसार बृहस्पतिवार को विदेशी निवेशकों ने 2,043.06 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. बृहस्पतिवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 34 पैसे की मजबूती के साथ 71.97 पर बंद हुआ था जो दो महीने का उच्च स्तर था.
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सस्ता हो जाएगा विदेश घूमना
रुपए के मजबूत होने से वो लोग खुश हो सकते हैं जिन्हें विदेश की सैर करना काफी पसंद आता है. क्योंकि अब रुपए के मजबूत होने से आपको हवाई किराए के लिए पहले के मुकाबले थोड़े कम पैसे खर्च करने होंगे. फर्ज कीजिए अगर आप न्यूयॉर्क की हवाई सैर के लिए 3000 डॉलर की टिकट भारत में खरीद रहे हैं तो अब आपको कम भारतीय रुपए खर्च करने होंगे.
विदेश में बच्चों को पढ़ाना होगा सस्ता
अगर आपके बच्चे विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं तो रुपए का मजबूत होना आपके लिए एक अच्छी खबर है. क्योंकि अब आपको पहले के मुकाबले थोड़े कम पैसे भेजने होंगे. मान लीजिए अगर आपका बच्चा अमेरिका में पढ़ाई कर रहा है, तो अभी तक आपको डॉलर के हिसाब से ही भारतीय रुपए भेजने पड़ते थे. यानी अगर डॉलर मजबूत है तो आप ज्यादा रुपए भेजते थे, लेकिन अब आपको डॉलर के कमजोर (रुपए के मजबूत) होने से कम रुपए भेजने होंगे. तो इस तरह से विदेश में पढ़ रहे बच्चों की पढ़ाई भारतीय अभिभावकों को राहत दे सकती है.
Source : News Nation Bureau