जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने केनरा बैंक फ्रॉड मामले में नरेश गोयल की 538 करोड़ की संपत्ति जब्त की है. ईडी ने गोयल के अलावा पांच अन्य के खिलाफ भी कार्रवाई की है. ईडी ने 31 अक्टूबर को नरेश गोयल समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था. केनरा बैंक फ्रॉड मामले में ईडी ने नरेश गोयल को 1 सितंबर को गिरफ्तार किया था. गोयल फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं और मुंबई स्थित आर्थर रोड जेल में बंद हैं.
मनी लॉड्रिंग के मामला तब सामने आया जब केंद्रीय जांच ब्यूरो की ओर से दर्ज प्राथमिकी में धोखाधड़ी का मामला सामने आया. इस मामले में गोयल के साथ उनकी पत्नी अनीता गोयल और कंपनी के कुछ पूर्व अधिकारियों के नाम सामने आए.
ट्रस्ट बनाकर की हेराफेरी
बैंक की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी में आरोप था कि उसने जेट एयरवेज इंडिया लिमिटेड को 848.86 करोड़ रुपये का ऋण दिया था. इसमें से 538.62 करोड़ रुपये बकाया था. इस दौरान रिमांड पर सुनवाई के वक्त सीबीआई ने कहा था कि जेट एयरवेज के संस्थापक ने विदेश में कई ट्रस्ट बनाकर भारत से विदेशों में धन की हेराफेरी की. जांच में सामने आया कि आरोपी ने विदेश में कई ट्रस्ट तैयार किए हैं. उस ट्रस्ट के माध्यम से उसने कई अचल संपत्तियां खरीदीं. इन्हें ट्रस्टों के लिए उपयोग किया गया. इस धन की हेराफेरी के लिए विदेश में भेजा गया.
ईडी के कहा कि उनकी जांच से यह सामने आया है कि गोयल ने मुंबई में ज्यादा कीमत की प्रॉपर्टी खरीदी थी. इसके बाद उन्हें बेच दिया था. उन्होंने भारत में कंपनियों को एक जाल तैयार किया था. इसके लिए ढेर सारी अचल संपत्तियां अर्जित की गईं. एक ऑडिट रिपोर्ट का हवाला देकर ईडी ने दावा किया है कि जेट एयरवेज (इंडिया) लिमिटेड (जेआईएल) की ओर से लिए गए उधार का उपयोग फर्नीचर, परिधान और आभूषण जैसी अचल संपत्तियों की खरीद फरोख्त में किया गया है.
Source : News Nation Bureau