मोदी सरकार ने प्राइवेट नौकरी करने वालों (जिनकी सैलरी 21 हजार रुपए तक है) को एक तोहफा दिया है. वो तोहफा उनकी सैलरी में 1 जुलाई से जुड़ गया है. यानी 21 हजार तक कमाने वाले लोगों की सैलरी अगस्त में बढ़ जाएगी. दरअसल, केंद्र सरकार कर्मचारी राज्य बीमा (ईेसआई) योजना के तहत कर्मचारियों के अंशदान में कमी कर दी है. जिसकी वजह से अगस्त महीने में कर्मचारियों की सैलरी पहले से ज्यादा मिलेगी. यह फैसला 1 जुलाई 2019 से लागू हो गया है.
मोदी सरकार के इस फैसले से करोड़ों लोगों को लाभ मिलेगा. बता दें कि 1 जुलाई से पहले ESI अंशदान के रूप में कुल 6.5 प्रतिशत की कटौती होती थी. इसमें 1.75 प्रतिशत हिस्सा कर्मचारी और 4.75 प्रतिशत हिस्सेदारी नियोक्ता की होती थी.
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सरकार ने अब 6.5 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दिया है. 1 जुलाई से कर्मचारियों की सैलरी से 0.75 प्रतिशत कटेगी, वहीं नियोक्ता को अब 3.25 प्रतिशत अंशदान करना होगा. ऐसे में कर्मचारियों को कुल सैलरी में 1 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी.
मतलब अगर किसी कर्मचारी की सैलरी 21 हजार रुपए है तो उसका 1 प्रतिशत 210 रुपए होगा. यानी अब कर्मचारियों की सैलरी में 210 रुपए जुड़कर आएगी.
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क्या होता है ESI
ESI एक सरकारी योजना है जिसमें कम सैलरी वाले कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवा मुफ्त में मिलती है. इसके लिए उन्हें अपनी सैलरी का कुछ अंश देना होता है. ईएसाई का लाभ 21 हजार रुपए से कम सैलरी वाले लोगों को मिलती है. वो लोग जो कम से कम 10 कर्मचारियों वाली कंपनी में काम करते हैं और उनकी सैलरी 21 हजार से कम है तो उन्हें ईएसआई का फायदा मिलता है.
HIGHLIGHTS
- मोदी सरकार ने प्राइवेट कर्मचारियों की बढ़ाई सैलरी
- ईएसआई में की एक प्रतिशत की कटौती
- 1 जुलाई 2019 से लागू, अगस्त में बढ़कर आएगी सैलरी