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डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund) क्या है और ये क्यों है निवेश का सबसे सुरक्षित तरीका, जानें यहां

डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund) में निवेश करके आपका पैसा सुरक्षित तो रहता ही है साथ ही रिटर्न भी मिलता है.

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Dhirendra Kumar
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डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund) क्या है और ये क्यों है निवेश का सबसे सुरक्षित तरीका, जानें यहां

डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund)( Photo Credit : फाइल फोटो)

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डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund): म्यूचुअल फंड (MF) के जरिए निवेश करके पैसे को कई गुना बढ़ाया जा सकता है. बशर्ते कि सही एक्सपर्ट की राय के साथ निवेश किया जाए. निवेशकों के लिए मार्केट में कई तरह के म्यूचुअल फंड (MF) मौजूद हैं. उन्हीं में से एक हैं डेट फंड (Debt Mutual Fund), जिसमें निवेश करके आपका पैसा सुरक्षित तो रहता ही है साथ ही रिटर्न भी मिलता है. डेट फंड की खासियत क्या है. इसमें निवेश करके निवेशकों को क्या फायदा मिलता है. इन सभी बातों को हम इस रिपोर्ट में समझने की कोशिश करते हैं.

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डेट फंड- Debt Fund
Debt Fund की रकम को मुख्य रूप से बॉन्ड्स (Bonds) और कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट (Corporate Fixed Deposit) में निवेश किया जाता है. किसी Debt Mutual Fund के साथ यह अनिवार्य शर्त है कि उसका कम से कम 65 फीसदी रकम बॉन्ड या बैंक डिपॉजिट में निवेश किया जाए. डेट म्यूचुअल फंड के तहत Government Bonds, Company Bonds, Corporate Fixed Deposits और Bank Deposits में निवेश किया जाता है. इसके अलावा बचे हुए पैसे को Equity यानि शेयर्स में निवेश किया जाता है.

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अन्य म्यूचुअल फंड के मुकाबले डेट फंड सुरक्षित
डेट फंड्स (Debt Funds) का पैसा फिक्स्ड रिटर्न (Fixed Return) देने वाले बॉन्ड में लगाया जाता है. इसलिए इनमें नुकसान का खतरा कम रहता है. हालांकि इस तरह के फंड में निवेश से आप ज्यादा से ज्यादा रिटर्न की उम्मीद भी नहीं करें. एक्सपर्ट्स का कहना है कि Bank Fixed Deposits के मुकाबले debt funds में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है.

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3 साल बाद निकालने पर LTCG
debt fund को 3 साल बाद भुनाने पर long term capital gains tax (LTCG) लगता है. long term capital gains tax की दर बिना इंडेक्सेशन (Indexation) के 10 फीसदी होगी और indexation के साथ 20 फीसदी. इंडेक्सेशन निवेश के मुनाफे पर टैक्स देनदारी को कम करने का जरिया है. इस तरीके में निवेश पर लगी रकम को महंगाई के अनुपात में बढ़ा लिया जाता है. निवेश की रकम ज्यादा दिखाने से मुनाफा कम आता है और फिर टैक्स की देनदारी भी कम हो जाती है.

3 साल पहले निकालने पर STCG
3 साल के पहले debt mutual fund units को बेचने पर हुई आमदनी पर short term capital gains tax चुकाना पड़ेगा. इस short term capital gain को आपकी कुल आमदनी में जोड़ा जाएगा और फिर Tax Slab के हिसाब से Tax की गणना की जाएगी.

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(Disclaimer: निवेशक निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें. न्यूज स्टेट की खबर को आधार मानकर निवेश करने पर हुए लाभ-हानि का न्यूज स्टेट से कोई लेना-देना नहीं होगा. निवेशक स्वयं के विवेक के आधार पर निवेश के फैसले लें)

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