अपने परिवार की वित्तीय सुरक्षा और परिवार के भविष्य के लिए पिता अधिकतर बार अपनीं खुशियों को त्याग देते हैं. फ्युचर जनराली इंडिया लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (Future Generali India Insurance Company) और निजी क्षेत्र की मार्केट एजेंसी रिसर्च कंपनी मार्केट एक्सेल (Market Xcel) ने दिल्ली-NCR में बच्चों के बेहतर भविष्य को लेकर पिता की चिंता के ऊपर एक रिसर्च (FGILI Study) की है. रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली-NCR में पिता अपनी सेहत के बारे में ज्यादा चिंता नहीं करते बल्कि उन्हें अपने बच्चों के अच्छे भविष्य की चिंता ज्यादा रहती है.
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राजधानी दिल्ली में 17 फीसदी पिता अपनी चिंता करते हैं
सर्वेक्षणके मुताबिक देश की राजधानी में सिर्फ 17 फीसदी पिता अपनी सेहत की चिंता करते हैं. वहीं 38 फीसदी लोगों को उनके बच्चों के भविष्य की चिंता है. उसके बाद फाइनेंशियल सिक्योरिटी (16 फीसदी) और परिवार को खोने का डर (14 फीसदी) की चिंता है. सर्वेक्षण से यह भी पता चलता है की उनके काम के कारण उनके पारिवारिक जीवन पर खराब असर पड़ रहा है और इससे तनाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है. शहर के लगभग 58 फीसदी लोगों के मुताबिक काम के कारण उनके पारिवारिक जीवन पर खराब असर पड़ रहा है.
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दिल्ली-NCR में सिर्फ 35 फीसदी लोगों के पास हेल्थ इंश्योरेंस
रिसर्च के मुताबिक दिल्ली-NCR के सिर्फ 35 फीसदी लोगों ने ही हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) लिया हुआ है जो देश के महानगरों में सबसे कम प्रतिशत है. सर्वेक्षण से यह भी सामने आया है की देशभर के 100 में से केवल 19 पिताओं ने सेहत सबसे बड़ी प्राथमिकता बतायी है. उनके साथ 100 में से 49 पालकों को लगता है की वे काम के तनाव में है और उनके सेहत पर उसका घातक परिणाम हो सकता है.
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फ्युचर जनराली इंडिया लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के चीफ मार्केटिंग अफसर राकेश वाधवा के अनुसार इस सर्वेक्षण के माध्यम से हमें भारतीय पिताओं की जिंदगी की प्राथमिकता क्या होती है और सेहत के बारे में हमें जानकारी लेनीं थी. सेहत परिवार में काफी चर्चित विषय होनें के बावजूद उनका वैयक्तिक समय कम हो रहा है. युवा पिता जो अपनी सेहत की ओर कम ध्यान दे रहे हैं. जिससे उन्हें बीमारियां या काम के तनाव के चलते तकलीफ उठानी पडती है.
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दिल्ली-NCR के 37 फीसदी लोगों के अनुसार वे हफ्ते में 6 दिन काम करते हैं. इनके अलावा 64 फीसदी लोग औसतन 7-8 घंटे काम करते हैं जो कि राष्ट्रीय औसत से अधिक है. बदलती जीवनशैली की वजह से पिता अच्छी सेहत का महत्त्व जानते है पर उन्हें लगता है की वे प्रर्याप्त नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे ही उन्हें काम के चलतें थकावट महसूस होती है. 51 फीसदी लोगों के अनुसार छुट्टियां और 57 फीसदी लोगों के अनुसार दोस्तों और परिवार के साथ आउटिंग पर जानें से उन्हें इस तनाव से निजात मिल सकती है.