1 मई से भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के ग्राहकों को नई सुविधा मिलने जा रही है. देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने बचत खाता और होम-ऑटो लोन पर लगने वाले ब्याज के तरीके में बदलाव कर दिया है. आपको बता दें कि स्टेट बैंक बचत खातों पर लगने वाले दरों और लोन पर लगने वाले दरों को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के रेपो रेट से लिंक करेगा. इस बदलाव के बाद RBI के रेपो रेट घटाने के बाद SBI भी अपने ब्याज दरों को कम करेगा.
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SBI का कहना है कि यह सुविधा 1 मई से प्रभावी होंगी. गौरतलब है कि SBI देश का पहला बैंक है जिसने डिपॉजिट और कम अवधि के लोन पर लगने वाले ब्याज दरों को RBI के रेपो रेट से जोड़ने का फैसला किया है. हालांकि बैंक की यह सुविधा सीमित ग्राहकों के लिए ही है. ऐसे ग्राहक जिनका बैलेंस 1 लाख रुपये से अधिक है उन्हें ही इस सुविधा का लाभ मिलेगा.
SBI ने कम अवधि के लोन, एक लाख रुपये से अधिक के डिपॉजिट, एक लाख रुपये से अधिक के सभी कैश क्रेडिट अकाउंट्स और ओवरड्राफ्ट को रेपो दर से जोड़ने का फैसला किया है। RBI ने अपनी पॉलिसी में यह नियम बदलने का फैसला लिया था। बैंक अब तक RBI की दरों में कटौती का फायदा ग्राहकों को तुरंत नहीं पहुंचा पा रहा था, जिसको लेकर RBI ने कई बार अपनी नाराजगी भी जताई थी। बता दें कि अप्रैल में जारी होने वाली मौद्रिक समीक्षा में RBI रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर सकता है. 2 से 4 अप्रैल के दौरान मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक होगी. गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल की मीटिंग में RBI रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की संभावना है. रिपोर्ट के मुताबिक कमज़ोर ग्लोबल ग्रोथ, धीमी घरेलू ग्रोथ की वजह से RBI यह कदम उठा सकता है.
Source : News Nation Bureau