किसी भी व्यक्ति को कर्ज (Loan) लेने के बाद उसे हर महीने EMI (Equated Monthly Installment) चुकाना पड़ता है. इस ईएमआई (EMI) में प्रिंसिपल पेमेंट और मासिक ब्याज (Monthly Interest) का कुल योग रहता है. बता दें कि मौजूदा समय में ज्यादातर लोगों की सैलरी का बड़ा हिस्सा यात्रा, किराया और कर्ज की EMI को निपटाने में खर्च हो जाता है. इन हालात में लोगों के पास अन्य जरूरी कामों के लिए पैसे नहीं रहते हैं. ऐसी स्थिति में 'ईएमआई-फ्री लोन' (EMI Free Loan) आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है. क्या होता है ईएमआई फ्री लोन आइये जानने की कोशिश करते हैं.
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क्या है ईएमआई-फ्री लोन (EMI Free Loan)
ईएमआई-फ्री लोन में हर महीने प्रिंसिपर अमाउंट का भुगतान नहीं किया जाता है. इसके तहत कोई भी व्यक्ति पैसे की उपलब्धता रहने पर तीन महीने, 6 महीने या एकमुश्त प्रिंसिपल अमाउंट का भुगतान कर सकता है. हालांकि इस तरह के लोन के लिए न्यूनतम सैलरी 30 हजार रुपये होना जरूरी है. इसके अलावा लिमिटेड, प्राइवेट लिमिटेड या सरकारी कंपनी में काम कर रहा व्यक्ति इस लोन को ले सकता है.
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ईएमआई-फ्री लोन के ये हैं बड़े फायदे
ईएमआई-फ्री लोन लेने वाला व्यक्ति हर महीने सिर्फ ब्याज के पैसे और हर 6 महीने पर प्रिंसिपल अमाउंट का भूगतान करना होता है. बता दें कि सिर्फ ब्याज का भुगतान करने की वजह से पर्सनल लोन (Personal Loan) के मुकाबले आपकी जेब पर कम असर पड़ता है. इसके अलावा इस सुविधा के तहत 6 महीने तक लोन डिस्बर्समेंट के बाद लोन लेने वाले व्यक्ति को लोन को बंद करने का भी विकल्प मिलता है.
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इस लोन की सबसे बड़ी खास बात यह है कि 6 महीने पूरे होने के बाद समयावधि पूर्व बंद करने पर कोई भी चार्ज नहीं देना पड़ता है. लोन लेने वाले व्यक्ति को 24 घंटे के अंदर यह लोन मिल जाता है. इस लोन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस लोन को हासिल करने की पूरी प्रक्रिया पेपरलेस और ऑटोमेटेड है. इस लोन के ऊपर कोई भी हिडेन चार्ज या प्री पेमेंट चार्ज नहीं है. मौजूदा समय में कुछ कंपनियां इस तरह के लोन मार्केट में उपलब्ध करा रही हैं. इस लोन में कर्ज लेने वाले व्यक्ति को प्रिंसिपल अमाउंट को घटाने या बढ़ाने का विकल्प मिलता है.
Source : News Nation Bureau