5G Spectrum Auction Latest Update: 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी प्रक्रिया 1 हफ्ते चलने के बाद आज सोमवार को पूरी हो गई इसी के साथ सरकार को 4 टेलिकॉम कंपनियों से 1,50,173 करोड़ रुपये की बोलियां मिली हैं. जानकारी हो कि नीलामी प्रक्रिया का हिस्सा रिलायंस जियो, अडाणी एंटरप्राइजेज, भारतीय एयरटेल और वोडाफोन आइडिया रहीं. 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी की प्रक्रिया 26 जुलाई को शुरू हुई थी. 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी प्रक्रिया पहले दिन 4 राउंड में चली थी. पहले ही दिन सरकार को 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए 1.45 लाख करोड़ रुपये की बोलियां मिली थीं.
बता दें 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी प्रक्रिया में 72 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए बोलियां लगाई जा रही थीं इनकी कीमत 4.3 लाख करोड़ रुपये थी. वहीं आज 40 राउंड के बाद 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी प्रक्रिया का समापन हुआ.
सरकार के अनुमान से कहीं ज्यादा की बोलियां
5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में सरकार 1,00,000 करोड़ रुपये की कमाई की उम्मीद जता रही थी. वहीं नीलामी के आखिरी दिन सरकार के खाते में उम्मीद से कई ज्यादा 1,50,173 करोड़ रुपये की बोलियां आई हैं. नीलामी प्रक्रिया में सबसे ज्यादा बोली लगाने वाली कंपनी में मुकेश अंबानी की रिलायंस जिओ का नाम सामने आया है.
सरकार को 5G स्पेक्ट्रम नीलामी की नीलामी पर 4G स्पेक्ट्रम नीलामी के मुकाबले दोगुना तो 3G स्पेक्ट्रम नीलामी के मुकाबले तीन गुना ज्यादा रकम की बोली मिली है. 4G स्पेक्ट्रम नीलामी की नीलामी पर सरकार को 77,815 करोड़ रुपये की तो 3G स्पेक्ट्रम नीलामी की नीलामी पर 50,968.37 करोड़ रुपये की बोलियां मिली थीं.
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4G के मुकाबले 10 गुना तेजी होगी 5G इंटरनेट सर्विस
5G सेवा को 4G के मुकाबले 10 गुना तेज माना जा रहा है. देश में लंबे समय से 5G सेवाओं के आने की चर्चा थी, वहीं माना जा रहा है कि इस साल दिवाली तक देश में 5G सेवाएं शुरु हो जाएंगी. बीते महीने जून में ही 5G स्पेक्ट्रम नीलामी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग में मंजूरी मिली थी.