दूरसंचार सेक्टर में चल रही मंदी के बीच वोडाफोन आइडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बालेश शर्मा ने तुरंत प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. कंपनी के बोर्ड ने सोमवार को कहा कि शर्मा ने 'निजी कारणों' से इस्तीफा दिया है. कंपनी ने इसके बाद रविंद्र ठक्कर को प्रबंध निदेशक और सीईओ नियुक्त किया है. बोर्ड ने कहा कि शर्मा वोडाफोन समूह में नई जिम्मेदारी संभालेंगे, जिसकी घोषणा बाद में की जाएगी.
शीर्ष पद से शर्मा की वापसी को दूरसंचार क्षेत्र में चल रही मंदी का नतीजा बताया जा रहा है. उन्हें विलय के बाद बनाई गई कंपनी वोडाफोन आइडिया का पहला सीईओ एक साल से भी कम समय पहले नियुक्त किया गया था.
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कंपनी वित्तीय मोर्चे पर अच्छा नहीं कर रही है तथा ग्राहकों को भी लगातार खो रही है. कंपनी ने एक बयान में कहा, "वोडाफोन आइडिया लि. के बोर्ड ने सोमवार को बालेश शर्मा के निजी कारणों से वोडाफोन आइडिया के सीईओ के पद छोड़ने के आवेदन को स्वीकार कर लिया."
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बयान में कहा गया है कि शर्मा ने वोडाफोन आइडिया के सफल एकीकरण की देखरेख की है, जिसके परिणामस्वरूप समेकन की अनुमानित समय सीमा चार साल से घटकर दो साल हो गई है.कंपनी ने कहा, "बालेश ने कंपनी के गठन के बाद से संयुक्त व्यवसाय की रणनीति को आगे बढ़ाया है और उन्होंने भारत में सबसे बड़ी इक्विटी जुटाने की भी योजना बनाई है." ठक्कर तत्काल प्रभाव से कंपनी के एमडी और सीईओ के रूप में कार्यभार संभालेंगे. उन्हें तीन साल की अवधि के लिए नियुक्त किया गया है.