Christmas 2022: क्रिसमस आने में अब बस 4 दिन बाकी है. इस फेस्टिवल को सेलिब्रेट करने के लिए लोग अभी से तैयारियों में लग गए हैं. कोई साज-सजावट की चीजें खरीद रहा है, तो कोई अपने प्रियजनों के लिए तोहफे खरीद रहा है. वहीं दूसरी तरप बच्चों को सांता का इंतजार भी होता है, कि वह कब मोजे में गिफ्ट्स छिपाकर उनके लिए लाएंगे, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सांता क्लॉज मोजे में ही क्यों गिफ्ट्स लेकर आते हैं, सांता के गिफ्ट्स देने का चलन कब से शुरु हुआ. तो आइए आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि सांता के गिफ्ट्स देने का चलन कब से शुरु हुआ और सांता हमेशा मोजे में ही क्यों गिफ्ट्स लेकर आते हैं.
सांता मोजे में ही क्यों लाते हैं गिफ्ट्स
चौथी शताब्दी में तुर्की के मायरा नामक जगह से सांता क्लॉज के गिफ्ट्स देने का चलन शुरु हुआ था. एक सेंट निकोलस नाम के अमीर व्यक्ति थे, जो बेहद धनवान थे और इसी के साथ वह बेहद दयालु स्वभाव के भी थे. वह हमेशा लोगों की मदद करने में आगे रहते थे. वह लोगों के आत्मसम्मान को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते थे, इसलिए वह सबसे छिप-छिपकर सबकी मदद किया करते थे.वहीं एक बार की बात है कि एक व्यक्ति था, जो बेहद गरीब था, उस व्यक्ति की तीन बेटियां थी, जिनकी वह शादी करवाना चाहता था, मगर उसके पास उतने पैसे नहीं थे. जब ये बात सेंट निकोलस को पता चली, तो वह एक रात को मोजे में पैसे छिपाकर उस गरीब व्यक्ति के घर की चिमनी के जरिए नीचे डाल दिया
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कैसे शुरु हुआ सांता का गिफ्ट देने का चलन
उस गरीब व्यक्ति की मदद करने के लिए सेंट निकोलस ने उस व्यक्ति के घर की चिमनी के जरिए बार-बार पैसे उसके घर में दे दिया करते थे, एक बार ऐसा करते हुए उस गरीब व्यक्ति ने देख लिया. तब सेंटा ने गरीब व्यक्ति को किसी को भी बताने के लिए मना कर दिया. लेकिन उनके छिप-छिपाकर लोगों की मदद करने से ये बात उस पूरे इलाके के लोगों को पता चल गई, तभी से लोग एक-दूसरे की मदद करने के लिए मोजे में छिपाकर गिफ्ट्स या पैसे दिया करते थे. तभी से गिफ्ट्स देने का चलन शुरु हो गया और क्रिसमस के मौके पर लोग एक-दूसरे को मोजे में ही गिफ्ट्स बांटने शुरु कर दिए.
Source : News Nation Bureau