सेल की गिरफ्त में आए पंजाब के आरोपी पंजाब में आतंक के खिलाफ आवाज उठाने वाले बलविंदर संधू की हत्या में शामिल थे. इसके अलावा इनके पीछे भारत में टेरर फैलाने के लिए आईएसआई के हैंडलर्स का हाथ मिला है. जिन 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें कश्मीरी लिंक का इस्तेमाल अफगानिस्तान के रूट से इंडिया में ड्रग सप्लाई के जरिए टेरर फंडिंग जमा करने का है.
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वहीं, दूसरा खालिस्तानी मूवमेंट को बढ़ावा देने के लिए पंजाब के गैंगस्टर्स का इस्तेमाल किया जा रहा है, उसी लिंक के जरिए टेरर के खिलाफ आवाज उठाने वाले बलविंदर संधू की हत्या की गई थी. इन दोनों लिंक के पीछे सीधे-सीधे पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई का हाथ मिला है.
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आरोपियों से तीन पिस्टल के अलावा 2 किलो हेरोइन और एक लाख कैश मिला है. स्पेशल सेल का कहना है कि नकली नोटों की सप्लाई कम होने के बाद ड्रग्स की सप्लाई बढ़ गई, जो अफगानिस्तान के जरिए हो रही है, मकसद टेरर फंडिंग है. गैंगस्टर का इस्तेमाल कर रहे हैं खालिस्तान मूवमेंट के लिए, बलविंदर हत्या में गुरजीत सिंह और दूसरा संदीप शामिल थे, इनके गल्फ बेस लिंक हैं, यह दोनों सेल की गिरफ्त में है.
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पुलिस की गिरफ्त में आए दोनों कश्मीरी के हिजबुल मुजाहिद्दीन से संबंध मिले हैं, यह लंबा ऑपरेशन था, काफी समय से सेंट्रल एजेंसियां भी काम कर रही थीं. रुपयों का इस्तेमाल टारगेट किलिंग में कर सकते थे. बलविंदर संघु की हत्या पूरी प्लानिंग से की थी. गुरजीत ने गोली मारी थी. बलविंदर आतंक के खिलाफ बड़ी आवाज थे, इसलिए उन्हें मारा गया. बॉर्डर पर किसान मूवमेंट से कोई कनेक्शन नहीं मिला है.
Source : News Nation Bureau