महाराष्ट्र के सातारा में क्रिप्टो करन्सी लूट लेने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. अपराधियों ने पहले धोखे से मोबाइल का पासवर्ड चुराया. इसके बाद करीब 68 लाख रुपये की क्रिप्टो करन्सी पर हाथ साफ कर दिया. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. सातारा पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. पुलिस का कहना है कि पीड़ित के पास से क्रिप्टो करन्सी की सभी जानकारियां जुटाई जा रही है. पता किया जा रहा है कि क्रिप्टो करन्सी की लूट में और कितने लोग शामिल थे. पुलिस का कहना है कि अब तक आनलाइन फ्रॉड के मामले सामने आते रहे हैं. यह पहली बार है जब अपराधियों ने मोबाइल का पासवर्ड जानकर करीब 68 लाख रुपये लूट लिए.
क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की वर्चुअल करेंसी की तरह है, यानि नोट या सिक्के की तरह इसे अपने हाथ में नहीं ले सकते हैं. इसका कोई फिजिकल एग्जीस्टेंस नहीं होता है, ये डिजिटल एसेट्स होते हैं. क्रिप्टोग्राफी से इन्हें सेक्योर किया जाता है. हर एक क्रिप्टोकरेंसी,यूनिक प्रोग्राम कोड से तैयार की जाती है. क्रिप्टोकरेंसी की कॉपी बना लेना या धोखाधड़ी कर पाना असंभव है. इस समय भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई कानून नहीं बना है, न ही रेगुलेशन का कोई सिस्टम है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी को रखना अवैध है.