नोएडा की थाना एक्सप्रेस-वे पुलिस ने शुक्रवार की दोपहर में खुद को आईपीएस अधिकारी बता रहे एक व्यक्ति और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया. नगर पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह ने बताया कि थाना एक्सप्रेस-वे क्षेत्र के सेक्टर 126 में स्थित कृष्णा लिविंग होटल में बृहस्पतिवार की रात में हाथरस निवासी आदित्य दीक्षित अपने सहयोगी अखिलेश सिंह यादव के साथ पहुंचा. उसने अपने आप को गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम डिपार्टमेंट में तैनात आईपीएस अधिकारी और यादव को अपना पीआरओ बताया तथा होटल में रुका.
सिंह ने बताया कि दीक्षित होटल में मुफ्त में खाना खा रहा था. उसने सुबह में अपनी कार में फ्री में तेल डलवाने के लिए होटल के मैनेजर पर दबाव डाला. होटल के लोगों को जब शक हुआ तो उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को दी. एसपी ने बताया कि जब मौके पर पहुंच कर पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि वह आईपीएस अधिकारी नहीं है. पुलिस ने उसे और उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया.
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सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी पतंजलि संस्थान में आईटी विभाग में कार्यरत है. उसने अपने आप को आईपीएस बता कर कई लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की है. उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान यह भी पता चला है कि दीक्षित ने देश के कई बड़े नेताओं के साथ अपनी फोटो खिंचवाई है, तथा उसी के आधार पर लोगों से ठगी करता है.
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HIGHLIGHTS
- एक्सप्रेसवे पर फर्जी IPS ऑफिसर गिरफ्तार
- नोएडा की थाना एक्सप्रेसवे पुलिस ने किया गिरफ्तार
- खुद को बताता था गृहमंत्रालय के क्राइम ब्रांच का IPS