आई मॉनिटरी अडवाइजर (IMA,पोंजी स्कीम) के संस्थापक मंसूर खान को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया. दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से मंसूर खान को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद मंसूर खान को दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर ले जाया गया है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है. मंसूर खान दुबई से दिल्ली आ रहा था, जिसकी भनक प्रवर्तन निदेशालय की टीम को लग गई थी. वह एयर इंडिया की विमान संख्या AI916 से दिल्ली आ रहा था.
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क्या है आईएमए घोटाला : पोंजी स्कीम एक तरह की धोखाधड़ी है, जिसमें निवेशकों को लुभाने के लिए नए निवेशकों से लिए गए पैसे पुराने निवेशकों को लाभ के तौर पर दिया जाता है. मंसूर खान पर इस्लामिक बैंक के नाम पर हजारों लोगों से धोखाधड़ी करने का आरोप है.
बताया जा रहा है कि मंसूर खान की गिरफ्तारी के बाद बेंगलुरू से भी ईडी के अफसरों की एक टीम दिल्ली आ रही है. इससे पहले एक वीडियो जारी कर मंसूर खान ने भारत लौटने की बात कही थी. उसने कहा था- "मैं अगले 24 घंटे में भारत लौटूंगा, मुझे भारतीय न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. भारत छोड़ना मेरी सबसे बड़ी गलती थी, लेकिन हालात ऐसे बन गए थे कि देश छोड़कर जाना पड़ा." मंसूर ने कहा था, मैं ये भी नहीं जानता कि मेरा परिवार कहा है? उसने देश वापस आने के बाद सबसे पहले बेंगलुरु में अपने परिवार से मिलने की इच्छा जाहिर की थी.
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मंसूर खान पर पोंजी स्कीम में करीब 30 हजार मुसलमानों को ठगने का आरोप है. आईएमए ने 14 से 18 फीसदी के भारी रिटर्न की स्कीम का लालच देकर हजारों निवेशकों को धोखा दे दिया था. 25 हजार लोगों ने इस तरह की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी. आईएमए जयनगर के दफ्तर में और मंसूर खान के घर में पुलिस ने छापेमारी कर करोड़ों रुपये की ज्वैलरी और दस्तावेज जब्त किए थे.
HIGHLIGHTS
- पोंजी स्कीम में हजारों निवेशकों के साथ की थी धोखाधड़ी
- पुलिस ने छापेमारी कर दस्तावेज और जैवलरी जब्त किए थे
- 30 हजार मुसलमानों को ठगने का है आरोप
Source : News Nation Bureau