उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में पुलिसकर्मियों पर हमला हुआ है. पुलिस टीम दबिश देने के लिए गई थी इसी दौरान यह हमला हुआ. इस हमले में एक दरोगा और एक सिपाही लखनऊ गए हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इतना ही नहीं इस वारदात के दौरान अपराधी पुलिस कर्मियों की पिस्टल भी छीनकर भाग गए. यह मामला कौशांबी जिले के कड़ा धाम थाना इलाके के कछुआ गांव का है.
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जानकारी के अनुसार, बुधवार की रात करीब 8 बजे पुलिस टीम कछुआ गांव में चोरी के एक मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश देने पहुंची थी. कड़ा धाम इलाके में हो रही चोरी की घटनाओं के खुलासे के लिए पुलिस टीम मुखबिर की सूचना पर कछुआ गांव में चोर को पकड़ने के लिए छापेमारी करने गई. पुलिस ने छापेमारी के दौरान सिंटू नाम के एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया, जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया.
काफी देर तक पुलिस टीम और ग्रामीणों में बहस होती रही. इसी दौरान आरोपी के परिजनों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया. पुलिसकर्मियों पर ईंट-पत्थर बरसाए गए और लाठी-डंडों से हमला किया गया. जिसमें एक दारोगा और एक सिपाही बुरी तरह से जख्मी हो गए. हालांकि किसी तरह से दोनों पुलिसकर्मी अपनी जान बचाकर वहां से निकले. आरोप है भी है कि हमलावरों ने दारोगा की सर्विस रिवॉल्वर और मोबाइल को भी छीन लिया.
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घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. पुलिस टीम पर हमले की खबर से हड़कंप मच गया. जानकारी मिलने पर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए. कई थानों की पुलिस भी बुला ली गई. इसके बाद तीन महिला और एक युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इस घटना पर कौशांबी के एसपी का कहना है कि पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि पिछले महीने कानपुर के बिकरू गांव में भी दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमला हुआ था. कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर पुलिस पर हमला बोला था. इस दौरान 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. हालांकि मध्य प्रदेश के उज्जैन से विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद कानपुर में उसका एनकाउंटर कर दिया गया था. विकास दुबे के कई साथियों को भी पुलिस ने मार गिराया था.