अंकिता भंडारी मर्डर केस में प्रतिदिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं. अब गंगाभोगपुर तल्ला बनास क्षेत्र पटवारी ने बड़ा खुलासा किया है कि उनको पता था कि अंकिता लापता है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले उनको अंकिता की गुमशुदगी खबर मिली थी. लेकिन उस वक्त डयूटी खत्म हो गई और वो चले गये और उसके बाद जो पटवारी आया वो लापरवाही के आरोप में सस्पेंड हो गया. गंगाभोगपुर तल्ला बनास क्षेत्र पटवारी वैभव प्रताप ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में बड़ा खुलासा करते हुए करते हुए कहा कि अंकिता भंडारी के लापता होने की खबर सबसे पहले उनको मिली थी. उन्होंने कहा कि रिजार्ट से पुलकित आर्या का फोन आया कि अंकिता की गुमशुदगी की एफआईआर लिख लो. लेकिन मैंने जवाब दिया कि 24 घंटे से पहले हम गुमसुदगी की खबर नही लिख सकते है. सबसे पहले उसके परिवार को सूचना दो और लड़की की कोई फोटो और आईडी दो जिसके बाद उन्होंने उसका आधार कार्ड दिया.
वहीं अंकिता की 17 सितम्बर का एक वाट्सप चैट सामने आ रहा है, जिसमें अंकिता को वीआईपी गेस्ट का अच्छे से ख्याल रखने के लिए पुलकित आर्या दबाव बना रहा है. वह कह रहा कि अगर उसने अच्छे से ख्याल न रखा तो उसे नौकरी से बाहर निकाल देगा. इसके लिए उसे 10 हजार रूपये भी मिलेंगे.
गौरतलब है कि अंकिता 19 साल की पौढ़ी गढ़वाल की रहने वाली थी, जिसकी हत्या ऋषिकेश के एक रिजार्ट के मालिक पुलकित आर्या, होटल मैनेजर और उसके कुछ साथियों ने मिलकर कर दी थी. पुलकित आर्या बीजेपी के पूर्व मंत्री बिनोद आर्या के पुत्र हैं. उत्तराखण्ड के डीजीपी अशोक कुमार ने अंकिता के पिता से बातचीत कर आश्वासन दिया कि दोषियो को कड़ी से कड़ी सजा जल्दी दिलाने की कोशिश करेंगे.
Source : News Nation Bureau