दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में हुए पहलवान सागर धनखड़ की हत्या का एक और आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रविवार को प्रवीण डबास नाम के एक और आरोपी को दिल्ली के रोहिणी इलाके से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि अभी भी तीन और आरोपी इस मर्डर केस के फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश जारी है. आपको बता दें कि पहलवान सागर धनखड़ हत्या मामले में यह 11वीं गिरफ्तारी है. इससे पहले शनिवार को पुलिस ने वारदात में शामिल एक और 50 हजार के इनामी आरोपी अनिल को नजफगढ़ इलाके से गिरफ्तार किया था. माना जा रहा है कि क्राइम ब्रांच अगस्त के पहले सप्ताह में इस मामले में चार्जशीट दाखिल करेगी.
इसके पहले सागर धनकड़ मर्डर केस में मुख्य आरोपी पहलवान सुशील कुमार ने जेल में अलग-अलग चीजों की डिमांड की थी. सुशील ने जेल में टीवी की डिमांड की थी इसके लिए उसने जेल प्रशासन से मांग की थी. बताया जाता है कि सुशील कुमार ने इसके लिए जेल प्रशासन को पत्र लिखा था. जेल प्रशासन ने बताया था कि वो इस पर विचार करेगा और उसके बाद अगर ठीक लगेगा तो उसे टीवी दे दिया जाएगा, जहां वह देश दुनिया की खबरों के अलावा खेल भी देख सकेगा.
इससे पहले भारत के लिए ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार को जेल का खाना भी रास नहीं आ रहा था, उसके बाद उसने प्रोटीन वाले खाने की मांग की थी. हालांकि बाद में इसे ठुकरा दिया गया था. सुशील कुमार ने हाई प्रोटीन आहार और स्पेशल सप्लीमेंट वाला खाना दिए जाने की मांग की याचिका लगाई थी. याचिका में सुशील के वकील की ओर से बताया गया कि उनका मुवक्किल आईसोलेट व्हे प्रोटीन, ओमेगा-थ्री कैप्सूल, प्री-वर्कआउट सी फॉर व मल्टीविटामिन आदि सप्लीमेंट लेते हैं. याचिका में कहा गया कि इन आवश्यक वस्तुओं के अभाव में सुशील कुमार की सेहत और उनके करियर पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. इसलिए जेल में उनकी डाइट का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए.
सुशील जेल में सामान्य कैदियों की तरह है, शुरुआती कुछ दिनों में उसने सुबह शाम दो–2 घंटे अपनी सेल में कसरत करनी शुरू कर दी थी, प्लास्टिक बोतल के बड़े जार में पानी भर कर डंबल बनाए थे, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स और अदालत से उसकी स्पेशल फूड सप्लीमेंट्स की अर्जी खारिज होने के बाद उसे गहरा धक्का लगा, अब जेल सूत्रों का कहना है कि वह सामान्य कैदियों जैसा व्यवहार कर रहा है. स्पेशल डाइट ना मिलने की वजह से सुबह शाम कसरत करता भी नजर नहीं आता है, अक्सर अपनी सेल में लेटा हुआ दिखाई देता है. उसके ऊपर 24 घंटे सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जा रही है और एक अर्ध सैनिक बल का जवान भी उसकी सेल पर तैनात रहता है.
Source : Avneesh Chaudhary