माफिया अतीक-अशरफ हत्याकांड में पुलिस को अहम सबूत हाथ लगे हैं. इस मामले में अभी भी छानबीन जारी है. पुलिस इसकी तह तक जाने का प्रयास कर रही है. हत्याकांड को अंजाम देने वाले शूटर लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य के मोबाइल नंबरों को शामिल किया गया है. इन नंबरों की कॉल डिटेल की रिपोर्ट सामने आ चुकी है. अब अफसर इसके जरिए साजिश का भंडाफोड़ करने में लग गए हैं. एसआईटी जांच में उन सभी लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं, जो इस मामले से संबंधित हैं. इसके तहत 24 अन्य लोगों को नोटिस दिया गया है. इनमें पुलिसकर्मी के साथ मीडिया कर्मियों को भी शामिल किया या है. इसके साथ पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों को रखा गया है.
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गौरतलब है कि घटना के समय मौके पर मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों के बयान भी दर्ज किए गए हैं. जांच में सामने आया है कि शूटरों ने होटल में ठहरने के दौरान उन्होंने फर्जी आधार कार्ड का उपयोग किया था. आधार में नाम और पिता का नाम सही था. मगर पता पूरी तरह से गलत था. होटल में जमा कराए गए आधार कार्ड में तीनों का पता चित्रकूट था.
पुलिस इस मामले में उन लोगों पर कार्रवाई की तैयारी कर रही है, जिन्होंने शूटरों को फर्जी आधार कार्ड बनाने में सहायता की थी. गौरतलब है कि 24 अप्रैल को प्रयागराज में अतीक और उसके भाई अशरफ की कुछ शूटरों ने मिलकर हत्या कर दी थी. उन पर ताबड़तोड़ गोलिया बरसाई गई थीं. इस मामले में तीन शूटरों को गिरफ्तार किया गया. इनके पास से हथियार बरामद किए गए थे. इन शूटरों ने मीडिया के भेस में आकर अतीक और अशरफ पर हमला बोल दिया. उन पर इतनी गोलियां बरसाईं कि उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
HIGHLIGHTS
- 24 अन्य लोगों को नोटिस दिया गया है
- पुलिसकर्मी के साथ मीडिया कर्मियों को भी शामिल किया
- होटल में जमा कराए गए आधार कार्ड में तीनों का पता चित्रकूट था