श्रेया तिवारी की मौत से जुड़े बड़े सवाल! खबर उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ की है, जहां कुछ रोज पहले निजी स्कूल परिसर में एक छात्रा की मौत सुर्खियों में आई. दावा था कि छात्रा ने आत्महत्या की है, जबकि लड़की का परिवार सीधे-सीधे स्कूल प्रबंधन पर इसका आरोप मढ़ रहा था. अब पैरेंट्स बनाम निजी स्कूल की इस लड़ाई के बीच कई स्कूल संगठनों ने भी आमद दर्ज कराई है. दरअसल मामले में पुलिस द्वारा बिना किसी तफ्तीश के, स्कूल प्रिंसिपल व शिक्षक की गिरफ्तारी स्कूल संगठनों के विरोध की मुख्य वजह साबित हुई है, लिहाजा इस आर्टिकल में ऐसे 3 सवाल-जवाब दर्ज हैं, जो इस घटना को तफ्सील से बयां करेंगे... तो चलिए शुरू करते हैं...
पहला सवाल.. अब तक क्या हुआ?
तारीख थी 31 जुलाई 2023, जगह आजमगढ़ के हरवंशपुर क्षेत्र में स्थित चिल्ड्रेन गर्ल्स कालेज. श्रेया तिवारी नाम की एक स्कूली छात्रा के खुदकुशी की खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैलती है. मौके पर लड़की के परिजन पहुंचते हैं. बेइंतहा हंगामे के बीच पुलिस को इसकी इत्तला मिलती है. मौके पर जब पुलिस पहुंचती है, तो उन्हें भारी हुजूम का सामना करना पड़ता है. 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक श्रेया तिवारी की आखिर मौत कैसे हुई, इसकी जांच का जिम्मा पुलिस पर था, लिहाजा मामले पर उठ रहे बवाल के मद्देनजर बिना तफ्तीश फौरन स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया जाता है. पुलिस की यही तीव्र कार्रवाई मामले को और तूल पकड़ा देती है, जिसके बाद पूरे उत्तर प्रदेश के सभी प्राइवेट स्कूल आज यानि मंगलवार को बंध रखने का ऐलान करते हैं, जिसका मतलब है कि आज सभी शैक्षणिक गतिविधियों बंद रहेगी.
दूसरा सवाल.. 31 जुलाई को क्या हुआ था?
11वीं कक्षा की छात्रा श्रेया तिवारी की मौत को लेकर स्कूल और परिजन के अलग-अलग दावे हैं. अगर घटना के वक्त मौजूद स्कूल स्टाफ की बात पर गौर करें तो, स्कूल की प्रिंसिपल सोनम प्रणव मिश्रा के मुताबिक, 31 जुलाई की तारीख को छात्रा श्रेया तिवारी के पास से एक मोबाइल बरामद हुआ था. जब इस सिलसिले में उससे सवाल जवाब किए गए, तो वो हिचकिचाने लगी और फौरन तेजी से स्कूल की तीसरी मंजिल पर चली गई. उसकी इस हरकत से शिक्षक घबरा गए और उसे रोकने की कोशिश करने लगे, मगर उसने पलक झपकते ही तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. हालांकि इस कहानी पर मृतक लड़की के परिजनों को बिल्कुल विश्वास नहीं है, उन्होंने स्कूल के प्रबंधन और टीचर पर ही कई गंभीर आरोप लगाएं है.
तीसरा सवाल... क्या थी मौत की असल वजह?
छात्रा श्रेया तिवारी की मौत के बाद, उसके पोस्टमार्टम ने कई राज उगले. दरअसल मृतक के शव के पोस्टमार्टम के लिए, जिला अस्पताल प्रशासन द्वारा दो चिकित्सकों की टीम का गठन हुआ. इस टीम में पवई स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉ. जितेन्द्र गुप्ता और जिला अस्पताल में तैनात डॉ. एके शाह टीम का हिस्सा थे. 1 अगस्त की तारीख को पोस्टमार्टम के दिन के तौर पर तय किया गया. घंटों चले इस पोस्टमार्टम में मौत की असल वजह बताई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक छात्रा श्रेया तिवारी के हाथ की हड्डी टूटी पाई गई. सिर में चोट के निशान थे, बाएं फेफड़े में संघातिक चोट के कारण अत्यधिक रक्तस्राव हुआ, जिस वजह से उसकी मौत हो गई.
हालांकि अब पुलिस द्वारा प्रिंसिपल और शिक्षक की गिरफ्तारी पर निजी स्कूल संचालकों का आक्रोश साफ जाहिर हो रहा है, लिहाजा पुलिस पर प्रेशर है कि इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाए और बच्ची की मौत के पीछे की असल वजह के साथ-साथ, अगर कोई वाकई में अपराधी है तो उसे जल्द से जल्द कोर्ट में पेश करे, ताकि उसे सजा मिल सके.
Source : News Nation Bureau