मणिपुर में शुक्रवार सुबह पुलिस ने तीन मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक युवक और दो महिलाएं शामिल हैं। ये तीनों आरोपी तीन आदिवासी महिलाओं को थाईलैंड ले जाने के फिराक में थे।
जानकारी के अनुसार तस्करों के चंगुल से बचाई गई महिलाएं चुराचांदपुर जिले के गरीब परिवार से हैं, इनकी उम्र 19 से 27 साल के बीच है।
महिला तस्कर एस्थर लालपिआनमोई और लालगालोमी को ड्राइवर लुखोसैत हाओकिप (31) के साथ देर रात 2.30 बजे गिरफ्तार किया गया। दोनों महिला तस्करों की उम्र 32 साल है। म्यांमार सीमा के मोरेह की ओर महिलाओं को ले जाए जाने के दौरान तीनों को पुलिस ने पकड़ा।
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चुराचांदपुर जिले के पुलिस महानिदेशक राकेश बालवल ने कहा, 'हमें सूचना मिली कि कुछ महिलाओं को सीमा की ओर ले जाया जाएगा। मानव तस्करी विरोधी इकाई की दो महिला सब-इस्पेक्टरों ने उन्हें पकड़ने के लिए जाल बिछाया।'
बालवल ने कहा, 'हमें पता चला कि मोरेह पर महिलाओं को विदेशी एजेंटों को सौंपा जाएगा, जहां से उन्हें थाईलैंड ले जाया जाएगा। उन्हें यौन कर्मी के रूप में बेचा जाता।'
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तस्करों ने पुलिस को बताया कि उन लोगों ने तीनों महिलाओं के माता-पिता को 10,000 रुपये का भुगतान किया था और मोरेह से वापस आते ही 90,000 रुपये देने का वादा किया था।
उन्होंने महिलाओं के माता-पिता को भरोसा दिलाया था कि उनकी बेटियों को थाईलैंड में नौकरी पर रखवा देंगे।
अधिकारियों ने बताया कि यह पहला मामला नहीं है और पूर्वोत्तर राज्यों से कई लड़कियों को बहला-फुसला कर विदेशों में वेश्यावृति के लिए भेजा जाता है।
Source : IANS