बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर नीतीश सरकार (Nitish Government) पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. इस बीच उनकी ही पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के नेता की गोली मार कर हत्या की खबर सामने आई है. ये वारदात दानापुर की है, जहां दानापुर नगर परिषद के उपाध्यक्ष और जेडीयू नेता दीपक मेहता (JDU Leader Deepak Mehta) को बदमाशों ने उनके घर के बाहर ही गोलियों से छलनी कर दिया. उन्हें तुरंत पास के ही निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. मामला सत्ताधारी दल के नेता से जुड़े होने के कारण घटना को लेकर हड़कंप मचा हुआ है.
घर के बाहर ही बदमाशों ने गोलियों से किया छलनी
जानकारी के मुताबिक जेडीयू नेता दीपक मेहता दानापुर (Danapur) के नासरीगंज में रहते थे. वे अपने घर के सामने ही थे कि अचानक आए कुछ बदमाशों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी. दीपक मेहता गोली लगने के बाद लहुलुहान होकर गिर पड़े. गोलियों की तड़तड़ाहट सुनकर घर के लोग भी बाहर निकल आए और आसपास के लोग भी मौके की ओर दौड़ पड़े. दीपक मेहता को गोली मारने के बाद बदमाश मौके से भाग निकले. घायल दीपक को परिजन और आसपास के लोग उपचार के लिए तत्काल नजदीकी प्राइवेट अस्पताल ले गए जहां उपचार के दौरान दीपक मेहता की मौत हो गई. घटना की सूचना पाकर पुलिस भी एक्टिव मोड में आ गई है.
उपेंद्र कुशवाहा के करीबी थे दीपक मेहता
जानकारी के मुताबिक, मृतक दीपक मेहता, जदयू संसदीय दल के नेता उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) के करीबी थे. दीपक ने दानापुर विधानसभा से उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी से चुनाव भी लड़ा था. दीपक की हत्या के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. वहीं, इस घटना के बाद जदयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने दीपक मेहता के हत्यारों के जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है.
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क्राइम कंट्रोल को लेकर घिरी है नीतीश सरकार
गौरतलब है कि बिहार में अपराध की बढ़ती घटनाएं नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही हैं. बढ़ते अपराध को लेकर विपक्षी सरकार को घेर रहे हैं तो वहीं सहयोगी बीजेपी के नेता भी इसे लेकर सवाल उठाते रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- नीतीश की पार्टी के नेता की हत्या
- उपेंद्र कुशवाहा के नजदीकी थे दीपक मेहता
- दानापुर नगर परिषद के उपाध्यक्ष थे दीपक मेहता