कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के खतरे के बीच देश के कई राज्यों में ऑक्सीजन (Oxygen) की भारी किल्लत देखने को मिल रही हैं. इतना ही नहीं कई जगहों पर रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की कमी भी देखने को मिल रही है. वहीं मानवता के दुश्मन इस आपदा में कमाई का मौका देख रहे हैं. देश के कई राज्यों से ऑक्सीजन, रेमडेसिविर और अन्य जरूरी दवाइयों की कालाबाजारी की खबरें सामने आई हैं. इस बीमारी से बचाव में रेमडेसिविर इंजेक्शन को सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसीलिए पूरे देश में इस इंजेक्शन की कमी हो गई है. इसी बात का फायदा उठाकर कुछ लोग इसकी कालाबाजारी में लगे हुए हैं.
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दिल्ली में धरे गए इंसानियत के दुश्मन
मार्केट में रेमडेसिविर इंजेक्शन को चोरी से 20 हजार से लेकर 60 हजार तक में बेचा जा रहा है. ऐसे ही कुछ इंसानियत के दुश्मन आज पुलिस के हत्थे चढ़ गए. दिल्ली और छत्तीसगढ़ में रेमडेसिविर इंजेक्शन और कोरोना की अन्य दवाओं के साथ कुछ लोग गिरफ्तार किए गए हैं. दिल्ली में आज रेमेडिसविर की कालाबाजारी के आरोप में तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. आरोपी मार्केट में रेमडेसिविर इंजेक्शन को 40,000 रुपये प्रति पीस में बेच रहे थे. पुलिस ने इनके पास से 1 लाख 20 हजार रुपये नकद और 3 इंजेक्शन जब्त किए. इनके पास से कोरोना की अन्य दवाएं भी बरामद हुईं. इनकी गाड़ी से 100 ऑक्सीमीटर और 48 छोटे आकार के ऑक्सीजन सिलेंडर मिले. पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज करके आगे की जांच शुरू कर दी है.
छत्तीसगढ़ में भी कालाबाजारी सक्रिय
छत्तीसगढ़ के रायपुर में भी पुलिस ने कोरोना की दवाओं की कालाबाजारी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया. यहां पुलिस ने 4 लोगों रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि ‘ये लोग 25,000 रुपये में एक इंजेक्शन बेच रहे थे. इनके पास से पुलिस को 4 रेमेडिसविर इंजेक्शन उनके कब्जे से जब्त किए गए.’
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एमपी में टॉस्क फोर्स का गठन
एमपी में भी इस मुश्किल वक्त में कालाबाजारी का धड़ल्ले से चल रही है, जिसके बाद शिवराज सरकार सख्त हो गई है. शिवराज सरकार ने कालाबाजारी को रोकने के लिए ऐसे लोगों पर रासुका लगाने का आदेश दिया था. अब सरकार ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए एक टॉस्क फोर्स का गठन करने जा रही है. एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया को इस बात की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह सुनिश्चित करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है कि ऑक्सीजन सिलेंडरों और रेमेडिसविर इंजेक्शनों की कोई कालाबाजारी न हो. सभी को ऐसे अपराधियों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है. जो भी लोगों के जीवन के साथ खेलने की कोशिश कर रहा है, उसके प्रति कोई भी उदारता नहीं दिखाई जाएगी.
HIGHLIGHTS
- देश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी कमी
- आपदा के समय में कालाबाजारी शुरू
- आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश