प्रयागराज के संगम तट पर स्नान, दान, ध्यान और मुक्ति दिलाने के लिए कर्मकांड कराने वाले तीर्थ पुरोहितों के बीच जजमानी की रंजिश इस हद तक बढ़ गई कि पुरोहितों के दो गुट एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए. एक पक्ष ने तीर्थ पुरोहित आशीष तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी, जबकि आशीष के भाई लव कुश और रामशंकर को भी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए है. आरोप है कि हमलावरों ने तीनों भाइयों पर उस वक्त हमला किया जब वो घर से सामान लेने बाहर निकले थे. घात लगाकर किए गए इस हमले में आशीष के सिर और पेट में गोली लगी, जिससे आशीष की मौके पर हो मौत हो गई, जबकि उसके दोनों भाइयों को गंभीर हालत में शहर के स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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दरअसल, यहां तीर्थपुरोहितों के बीच रोस्टर सिस्टम लागू है, जिसके मुताबिक जिस दिन जिस पक्ष का होता है, उस दिन का दान का पैसा उसका होता है. आरोप है आशीष की हत्या रोस्टर के नियमों की अनदेखी कर दूसरे पक्ष के पैसे हड़पने को लेकर हुए विवाद में हुई है. एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित ने बताया कि 4 जुलाई को भी आशीष और उसके भाइयों का विवाद दूसरे पक्ष से हुआ था. बाद में आशीष के पक्ष की तरफ से नैनी थाने में दूसरे पक्ष के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करवाई गई थी. पुलिस अब आशीष के हमलावरों को तलाश कर रही है, जो आशीष के पड़ोसी हैं और उन्होंने दो लाइसेंसी हथियारों से आशीष और उसके भाइयों पर हमला किया था. पुलिस का कहना है कि जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया जायेगा .
Source : Manvendra Pratap Singh