जश्न ए आजादी से पहले देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) से एक शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. यह पूरी खबर आपको बुरी तरह से झकझोर देगी. दरअसल, दिल्ली महिला आयोग ने एक बच्ची को बचाया है, जिससे कई बार बेचा गया. राष्ट्रीय राजधानी में मानव तस्करी (Human Trafficing) से संबंधित एक बड़े मामले का भंडाफोड़ किया गया है, जिसके अंतर्गत दिल्ली महिला आयोग ने ढाई महीने की बच्ची को बचाया है.
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महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस के सहयोग से इस अभियान को अंजाम के रास्ते तक पहुंचाया. इससे जुड़े पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. आयोग के अनुसार, बुधवार की रात महिला पंचायत से खबर मिली कि एक ढाई महीने की बच्ची को उसके अपने पिता ने 40,000 रुपये के लिए बेच दिया है. दिल्ली महिला आयोग के सदस्य फिरदोस खान और किरण नेगी ने इस बात को आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल तक पहुंचाया, जिन्होंने तुरंत एक टीम का गठन कर बच्ची को बचाया.
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बच्ची के पिता को महिला आयोग की टीम के साथ जफराबाद ले जाया गया, जहां उसने मनीषा नामक एक महिला के पास बच्ची को बेचा था जो उस वक्त अपने पते पर मौजूद नहीं थी. आयोग की टीम ने बच्ची के पिता को महिला को फोन लगाने को कहा. दोनों के बीच बातचीत के दौरान पता लगा कि उस आदमी ने 40,000 रुपये में अपनी बच्ची को बेचा है.
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बच्ची के पिता को पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उसने इस बात को कबूला कि उसकी पहले से दो बेटियां हैं, एक और बेटी के पैदा होने के चलते वह काफी निराश हो गया था. वह परिवार में एक और बेटी नहीं चाहता था और इसलिए उसने उसे बेच दिया.