देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में क्राइम ब्रांच ने नवजात शिशुओं को बेचने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. मुंबई क्राइम ब्रांच ने बच्चा बेचने वाले गिरोह के 9 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. इन गिरफ्तार लोगों में से 7 महिलाएं हैं. यह गिरोह निःसंतान दंपतियों को बच्चे बेचता है. गिरोह के लोग 60000 रुपये में नवजात बच्ची और 1.50 लाख में नवजात बच्चों को बेचता था.
Mumbai Crime Branch unit 1 busted a gang that sold newborn babies. A total of 9 accused (7 women and 2 men) arrested. They've been sent to custody till 21st Jan. The newborn babies were sold for Rs 60,000 to Rs 3 Lakh. One doctor also arrested by Crime Branch in this connection.
— ANI (@ANI) January 18, 2021
क्राइम ब्रांच की शुरुआती जांच में इस बात का पता चला है कि 6 महीने में 4 बच्चों को बेचा गया है, लेकिन पुलिस को संदेह है कि बेचे गए बच्चों की संख्या इससे भी अधिक हो सकती है. क्राइम ब्रांच शाखा एक ने शनिवार को आरती हीरामणि सिंह, रुक्सर शेख, रुपाली वर्मा, निशा अहिर, गीताजंलि गायकवाड़ और संजय पदम को गिरफ्तार किया है.
आरोपियों के मोबाइल जब्त, मिली बच्चों की फोटो
मुंबई में चल रहा बच्चा चोरी गैंग आखिरकार क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ ही गय. मुंबई में आरती नाम की पैथालॉजी लैब टेक्नीशियन है जो इस बच्चा चोरी गिरोह का संचालन करती थी. मुंबई क्राइम ब्रांच ने इस गैंग के गिरफ्तार सदस्यों के खिलाफ आईपीसी की धारा और जुवेनाइल जस्टिस ऐक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. मुंबई क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार लोगों के पास से 8 मोबाइल फोन जब्त किए हैं जिनमें से बच्चों की तस्वीरें पाई गईं हैं.
आरोपियों ने पुलिसिया पूछताछ में कबूले अपने गुनाह
गिरफ्तार लोगों ने पूछताछ के दौरान अपना जुर्म स्वीकार कर लिया जिसके बाद रुक्सर शेख ने पुलिस को बताया कि साल 2019 में उसने अपनी बच्ची को 60000 और 1.50 लाख में बेटे को रुपाली के जरिए बेचा था. शाहजहां ने बताया कि 2019 उसने अपने बेटे को 60000 रुपये में धारावी स्थित एक परिवार को बेचा था. रुपाली ने खुलासा किया कि हीना खान और निशा अहिर सब एजेंट के रूप में काम करती थी.
Source : News Nation Bureau