10 जून के जुमे की नमाज़ मुस्लिम समाज को बहुत भारी पड़ गई. सीएम योगी के धैर्य को गुस्से में बदल दिया है. जुमे की नमाज़ के बाद बवाल पर अब सीएम ने खुल कर इन उपद्रवियों को इनके कर्मो की सज़ा के लिए अधिकारियों को खुली छूट दे दी है. दरअसल अगर कल के शुकवार को देखते तो लखनऊ के आला अधिकारियों से लेकर जिलों के पुलिस बल सब तैयार नहीं होते तो शुक्रवार को यूपी में अलर्ट था. सुबह से अधिकारियों ने अपने दफ़्तर में डेरा डाल दिया. सीएम अपने गृह जनपद गोरखपुर में थे. तैयारियों से संतुष्ट थे कि आज का शुक्रवार शांत गुजरेगा. सिग्नेचर बिल्डिंग डीजीपी आफिस में सुबह से चहल कदमी सामान्य थी. ADGLO प्रशांत कुमार भी संतुष्ट लग रहे थे.
गर्मी के कारण बाहर का पारा 43 पार कर चुका था. पर DGP आफिस का सेंट्रल ऐसी में माहौल सहज और सामान्य था. सातवें तल पर बने कंट्रोल रूम में ADGLO 12 बजे से 1.30 कंट्रोल रूम में आते जाते दिखाई पड़ते हैं. 1 बजे के आसपास जब वो ऊपर आते हैं तो चेहरे पर संतुष्टि का भाव दिखाई पड़ता है,अपने किसी साथी अधिकारी से अपने कमरे में बातचीत कर रहे थे, इस बीच कुछ जानकारी आई और वो बाहर निकले और मीडिया के कैमरे से घिर गए. धैर्य से सब सवाल और जवाब दिया और सीढ़ियों से सातवें तल पर बने कंट्रोल रूम की तरफ चले गए . हम सब के लिए बाइट जरूरी था. डीजीपी आफिस में कई अधिकारी तो दोपहर के लंच के लिए निकल लिए थे, पर अब 2 बज रहे थे और प्रयागराज का माहौल खराब होता दिखाई दे रहा था. इस पर प्रशांत भी कुछ परेशान दिखे. अधिकारियों से फोन पर बात करते दिख रहे थे, प्रयागराज में भीड़ हिंसक हो गयी थी .
कई जिलों में माहौल खराब हुआ पर कुछ घंटों में ठीक हो गया था पर संगम की नगरी ने सबके होश उड़ा दिया था. ज़मीन पर ADG प्रेम प्रकाश ने मोर्चा संभाला हुआ था. वे कड़क अधिकारियों में गिने जाते हैं. कुछ देर मीटिंग के बाद जुमे के इस शुक्रवार का माहौल अब खराब हो गया. सीएम लखनऊ जल्दी आ गए थे. संघ के पदाधिकारी के निधन पर श्रद्धांजलि तो दी पर जुमे के बवाल पर अधिकारी से बात नहीं की और सभी को शाम 6 बजे तक मीटिंग तलब कर लिया .
HIGHLIGHTS
- कंट्रोल रूम से अधिकारियों के चेहरे का रंग हाव भाव बदलता रहा .
- DGP आफिस का सेंट्रल ऐसी में माहौल सहज और सामान्य था
Source : Alok Pandey