छत्तीसगढ़ के बालोद जिला में एक पुलिसकर्मी ने अपने सरकारी बंदूक से एक कथित तौर पर एक बूढ़ी महिला समेत चार लोगों पर फायरिंग कर दी जिसकी वजह से चारों लोग घायल हो गए। उसके बाद उसने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने बताया कि हेड कॉन्सटेबल पोकराम चंद्रवंशी छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स में तैनात था। पिछली रात उसने अपनी सरकारी बंदूक से संबलपुर गांव के लोगों पर फायरिंग कर दी और उसके बाद खुद को भी गोली मार ली।
एक अधिकारी ने घटना की जानकारी देते हुए कहा, 'चंद्रवंशी कल अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद अपने छह दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ अपनी एक अज्ञात बीमारी का इलाज कराने के लिए बालोद जिले के एक गांव में गया।'
अधिकारी ने कहा, 'जब वे आधी रात को दोंडिलोहरा के निकट संबलपुर पहुंचे तो चंद्रवंशी ने ड्राइवर को गाड़ी रोकने की धमकी दी। वह गाड़ी से उतर गया और अपनी बंदूक निकालकर ताबड़ तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।'
अंधाधुंध फायरिंग की वजह से एक गोली गांव के निवासी थालेश सेन (24) को लगी। इसके बाद चंद्रवंशी एक घर में घुस गया और ताबड़ तोड़ फायरिंग की जिसमें तीन लोग घायल हो गए। उसके बाद चंद्रवंशी ने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
घर में मौजूद मनोज ठाकुर (28), उसकी मां दशोदा (60) और उसके ससुर मोहन को गोली लगने से घायल हो गए। सभी को रायपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस मामले की अभी जांच चल रही है।
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Source : News Nation Bureau