ब्रिटेन के साउथेम्प्टन में दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है. इराकी मूल के शख्स ने अपना देश लौटने के लिए एक युवक पर जानलेवा हमला कर दिया. जानकारी के मुताबिक, विश्वविद्यालय के छात्र एलिस व्हीलर जीम से अपने घर की ओर जा लौट रहा था. इसी दौरान रेयाज मोहम्मद ने रास्ते में उसे रोककर चाकू से हमला कर दिया. अस्पताल पहुंचने से पहले ही व्हीलर ने दम तोड़ दिया. इस वारदात का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि इराक का रहने वाला शख्स रेबाज मोहम्मद पहले उससे कुछ बातें करता है और फिर अपनी कोर्ट से चाकू निकालकर उस पर हमला कर देता है और फिर उसकी पीठ पर चाकू मारता है.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने मिस्टर व्हीलर पर जानलेवा हमला इस लिए किया कि वह ब्रिटेन छोड़कर अपना देश इराक जाना चाहता था. आरोपी मोहम्मद पहले भी जेल की सजा काट चुका है. पिछले दिसंबर में हॉगलैंड्स पार्क, साउथेम्प्टन, हंट्स में अंधाधुंध हमला करने के लिए उसे छह साल की सजा सुनाई गई थी.
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यहां से निकलने के लिए उसने इस तरह का रास्ता चुना
पुलिस ने इस मामले में आरोपी को साउथेम्प्टन क्राउन कोर्ट में पेश किया. मोहम्मद को सजा सुनाते हुए न्यायाधीश ब्रायन फोर्स्टर केसी ने इस तरह की वारदात के लिए आरोपी को फटकार लगाई. कोर्ट में बताया गया कि सॉलेंट यूनिवर्सिटी के प्रथम वर्ष के छात्र पर मोहम्मद ने हमला किया था. हालांकि, आरोपी उस वक्त फरार हो गया था. अभियोजन पक्ष के वकील एंड्रयू ह्यूस्टन ने कहा कि मोहम्मद जानता था कि उसे निर्वासित करने के लिए कुछ ऐसा करना होगा, जिससे कि वह यहां से निकल सके और उसने उन लोगों से बात की थी जो आव्रजन प्रणाली को जानते थे.
12 हफ्ते की हो चुकी थी जेल
मई 2022 में नस्लीय-उत्पीड़ित उत्पीड़न कानून के तहत उसे 12 हफ्ते की जेल भी हुई थी. वहीं, आरोपी के वकील रिचर्ड टुट ने बचाव करते हुए कहा कि मोहम्मद बोर्नमाउथ, डोरसेट के एक होटल में रहता था, 'निर्वासित किए जाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा था, लेकिन उसके पास न तो काम था और न ही पैसे. टुट ने कहा कि यहां से निकलने के लिए उसने इस तरह के हमले को अंजाम दिया.