Basti Crime News: फर्जी टीचरों के खिलाफ सरकार एक्शन मोड़ में आ गई है. बीते तीन माह में उत्तर प्रदेश में दर्जनों फर्जी शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है. ताजा मामला बस्ती जनपद का सामने आया है. जहां एक महिला फर्जी दस्तावेजों के बल पर पिछले 13 साल में प्राथमिक विद्यालय में सरकारी टीचर बनी हुई थी. जैसे ही मामला प्रकाश में आया तो होश उड़ गए. बीएसए की शिकायत प्राची तिवारी नामक महिला के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया. साथ ही उसे गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक मामला बस्ती जनपद के लालगंज क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय का है. जहां प्राचि तिवारी नामक टीटर 2010 से बतौर शिक्षिका कार्यरत थी. प्राची तिवारी मूल रूप से गोरखपुर जनपद के रामगढताल की निवासी है. जांच के बाद पता चला है कि उन्होने पुनीता पांडेय के दस्तावेजों को अपने नाम से बनवा लिया था. इन्हीं फर्जी दस्तावेजों के चलते प्राची विशिष्ट बीटीसी के माध्यम से टीचर के पद पर ज्वाइनिंग मिल गई थी. लगभग 13 सालों से प्राची सरकार ने एक सरकारी टीचर की पूरी सैलरी उठा रही थी. जैसे ही पुनीता पांडेय ने अपने पैन कार्ड से रिटर्न फाइल किया तो उसे दो सैलरी शो होने लगी.
पुनिता की शिकायत पर हुई एफआईआर दर्ज
जैसे ही पुनिता पांडेय को दो सैलरी शो हुई तो उसके होश उड़ गए. पांडेय ने बीएसए बस्ती के यहां इसकी शिकायत की. जांच हुई तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया. बस्ती बीएसए इंद्रजीत के मुताबिक पुनीता पांडेय की शिकायत पर प्रमाणपत्रों की जांच कराई गई. जिसमें प्राची तिवारी की दस्तावेज फर्जी पाए गए. उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. जिसके चलते पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में जेल भेज दिया है.
HIGHLIGHTS
- प्राची तिवारी नाम की फर्जी महिला शिक्षिका को पुलिस ने किया गिरफ्तार
- बस्ती जनपद के लालगंज क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय दुबौली का मामला
- सैलरी की रिकवरी होने की चर्चा, विभाग ने भेजा नोटिस