बेंगलुरु पुलिस की व्हाइटफाइल्ड पुलिस डिवीजन ने गुरुवार की शाम को व्हाइटफाइल इलाके में स्थित एथिकल इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड और गायत्री टेक पार्क के कॉल सेंटर्स पर रेड कर इनके 72 कर्मचारियों को साइबर फ्रॉड के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, इन कॉल्स सेक्टर्स के जरिए अमेरिका में साइबर फ्रॉड की जा रही थी और इस गैंग ने अभी तक करोड़ों रुपये लोगों से साइबर फ्रॉड के जरिए ऐंठ लिए हैं. पुलिस ने 100 से ज्यादा कंप्यूटर्स और बाकी इक्विपमेंट्स में भी इन कॉल सेंटर्स से जब्त किया है.
व्हाइटफिल्ड पुलिस डिवीजन के डीसीपी एस. गिरीश के मुताबिक, यह गैंग अमेरिका में बैठे लोगों को अपना निशाना बना रहे थे, ताकि उन तक कोई पहुंच न सके. बेंगलुरु से चलाए जा रहे इन कॉल सेंटर्स के जरिए यह लोग अमेरिका में बैठे लोगों को एमेजॉन के कर्मचारी के तौर पर मैसेज करते थे और उन्हें यकीन दिलाते थे कि उनके अकाउंट से फ्रॉड टैंडेक्शन की गई है. इस ट्रांजेक्शन को ठीक करने के बहाने वह इन लोगों से सारी जानकारी हासिल करके एमेजॉन गिफ्ट कार्ड्स और क्रिप्टोक्रेंस के माध्यम से इन लोगों के अकाउंट्स से पैसे ऐंठ लेते थे.
इस साइबर गैंग को चलाने वाले 11 लोग गुजरात के हैं और पिछले कुछ समय से बेंगलुरु में ही काम कर रहे थे. पुलिस से बचने के लिए इस गैंग ने नॉर्थ ईस्ट मूल के लोगों को अपनी कॉल सेंटर्स में नौकरी दी थी, ताकि किसी को उनके बारे में शक न हो. इन्होंने अपने कर्मचारियों को कॉल सेंटर तक लाने के लिए फर्जी नंबर प्लेट वाली गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहे थे. आईटी सिटी बेंगलुरु ने जो पूरे विश्व में आईटी सेक्टर के लिए मशहूर है, पहली बार ऐसे किसी साइबर फ्रॉड गैंग का पर्दाफाश किया है.
Source : Yasir Mushtaq