दिल्ली के पुलिस स्टेशन साइबर नॉर्थ ने तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार कर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. गिरफ्तार किए गए सन्नी कुमार सिंह, कपिल और पवन रमेश नाम के आरोपी एचडीएफसी बैंक खाते से जुड़े फोन नंबर के सिम कार्ड को फिर से जारी करने के बाद सैकड़ों एचडीएफसी बैंक खाताधारकों को ठग चुके थे. ये लोग बहुत ही शातिराना तरीके से ग्राहकों का डाटा जमाकर उन्हें अपना शिकार बनाते थे.
पीड़ित ने की थी पुलिस से शिकायत
दरअसल, पुलिस को एक शिकायत मिली थी, जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि बिना उसकी जानकारी के अपने सिम कार्ड को फिर से जारी करने के संबंध में एक संदेश प्राप्त हुआ है. जिसके बाद उसे अपने जीमेल के पासवर्ड परिवर्तन के बारे में एक संदेश प्राप्त हुआ. शिकायतकर्ता ने अपना सिम कार्ड चेक किया और उसे निष्क्रिय पाया. जिसके बाद शिकायतकर्ता वोडाफोन स्टोर पर गया तो पता चला कि कुछ दिन पहले उसका सिम कार्ड फिर से जारी किया गया है. इसके बाद शिकायतकर्ता ने अपने एचडीएफसी ए/सी स्टेटमेंट की जांच की और पाया कि किसी ने उसके खाते में 11 लाख रुपये का ऋण लिया है और ऋण राशि से 1,00,000/- इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से किसी और के खाते में स्थानांतरित कर दिया है.
फर्जी आईडी प्रूफ से खुलवाते थे खाता
साइबर टीम की जांच में ठगी में इस्तेमाल हुए कुछ और बैंक खातों के बारे में पता चला, जिसके बाद आरोपियों की पहचान हुई. जांच में पता चला कि आरोपी व्यक्तियों में से एक सनी कुमार सिंह रोहिणी के एंबिएंस मॉल में एक प्रतिष्ठित बैंक के क्रेडिट कार्ड सेलिंग विभाग में काम करता है और उसके पास उस बैंक के रिकॉर्ड तक पहुंच है. जहां से वो खातों की जानकारी एकत्र करता था. खाते से जुड़ा मोबाइल फोन नंबर, खाते से जुड़ा जीमेल आईडी, ग्राहक का पता और संबंधित आईडी प्रूफ हासिल करने के बाद वह अपने साथियों के साथ फोटोशॉप के माध्यम से फर्जी आईडी प्रूफ बनाते थे और खातों से जुड़े फोन नंबर के सिम कार्ड दोबारा जारी कर देते थे. जिसके बाद आरोपी सनी कुमार सिंह एचडीएफसी अकाउंट की लिंक की गई जीमेल आईडी को बदल देता था, ताकि वह जीमेल आईडी पर आए ओटीपी को पढ़ सके. फिर उसके बाद सनी बैंक खातों में लोन लेता था और कुछ ही घंटों में पैसा दूसरे खातों में भेज देता था. इस तरह ये गिरोह अब तक सैकड़ों लोगों को चूना लगा चुके हैं.
HIGHLIGHTS
- एचडीएफसी के खाताधारकों को लगाता था चूना
- खाते से लिंग सिम कार्ड जारी करवाकर करते थे वारदात
- gmail तक बदल देता था ये शातिर गिरोह
Source : Rumman Ullah Khan