दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की अपराध शाखा ने पैरोल पर बाहर एक सजायाफ्ता अपराधी को अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया है. उसे एक सेमी-ऑटोमेटिक पिस्तौल के साथ दबोचा गया है. उसके पास से नौ एमएम की ब्राजील निर्मित पिस्तौल के साथ ही 10 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं. पुलिस का कहना है कि वह दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) का सहयोगी रहा है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी अनवर ठाकुर उत्तर प्रदेश के मेरठ का रहने वाला है.
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थाने में मुखबिर की कर दी थी हत्या
डीसीपी क्राइम राकेश पवारिया ने कहा, आरोपी दिल्ली के सदर बाजार में एक हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है. उसने 1992 में पुलिस थाने के अंदर एक पुलिस के मुखबिर (खबरी) की गोली मारकर हत्या कर दी थी. अनवर 17 मार्च, 2020 को पैरोल पर बाहर आया था. उसके खिलाफ दिल्ली में लोधी कॉलोनी और पांडव नगर में शस्त्र अधिनियम के तहत भी मामले दर्ज थे. पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसे अवैध हथियार कैसे मिला. उसका छोटा भाई अशरफ अवस भी एक खूंखार अपराधी था और 2002 में मुंबई पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा जा चुका है.
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दाऊद का रहा है सहयोगी
अधिकारी ने कहा, यह भी पता चला है कि अनवर ठाकुर और उसका भाई अशरफ ठाकुर दाऊद इब्राहिम के साथ जुड़े थे और फजलू रहमान के करीबी सहयोगी भी रहे हैं, जो गैंगस्टर बबलू श्रीवास्तव के साथ निकटता से जुड़ा है. आरोपी अनवर ठाकुर छेनू पहलवान का सहयोगी है. ट्रांस-यमुना क्षेत्र में सक्रिय कुख्यात छेनू गिरोह, जो तिहाड़ जेल में बंद है. अनवर ठाकुर छेनू गिरोह को पुनर्जीवित करने के प्रयास में क्षेत्र में घूम रहा था, जो कि फिलहाल कमजोर हो रहा था और छेनू पहलवान की न्यायिक हिरासत के कारण उसका दबदबा कम हो रहा था.