दिल्ली के जैतपुर की ओम विहार कॉलोनी में घर के अंदर परिवार के अन्य सदस्यों के रहते हुए घर के मुखिया आनंद सिंह कि मर्डर मिस्ट्री से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है. पुलिस ने इस मामले जो जानाकारी दी है वो चौंकाने वाली है. पुलिस के मुताबिक हत्यारा कोई बाहरी नहीं, बल्कि आनंद सिंह पत्नी और बेटा ही है. उन्होंने भाड़े के 2 हत्यारों को सुपारी देकर पति की हत्या करवा दी. पुलिस ने मां बेटे समेत भाड़े के हत्यारों को भी पकड़ लिया है.
मां सुनीता देवी और सुपारी किलर ऋषभ और शिबू गिरफ्तार किए गए हैं. शिबू की उम्र 20 साल बचताई जा रही है. जबकि सुनीता देवी का बेटा और एक दूसरा सुपारी किलर जुवेनाइल है. उन्हें बाल न्यायालय के सामने पेश किया गया है.
डीसीपी साउथ ईस्ट चिन्मय बिसवाल ना बताया कि, सुनीता देवी ने अपने बेटे के साथ मिलकर ही अपने पति की हत्या की साजिश करीब 1 महीने पहले रची थी. उनके बेटे ने ही अपने एक दोस्त को हत्या की सुपारी दी. बेटे के दोस्त ने शिबू को हायर किया. साजिश के तहत 5 जुलाई की रात सुनीता देवी ने दोनों सुपारी किलर को घर में बुलाया और छत पर छिपा दिया.
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सीएजी में बतौर ऑडिटर काम करने वाले आनंद सिंह उस रात करीब 11:15 बजे घर में आए. तीन कमरों के मकान में वह सबसे पीछे वाले कमरे में जाकर सो गए. मेन गेट के पास वाले कमरे में उनकी पत्नी बेटा बेटी और देवर सोया था. सुबह उनकी पत्नी ने पुलिस को सूचना दी कि उनके पति का मर्डर हो गया है. सबसे चौंकाने वाली बात यह थी की घर के किसी सदस्य को नहीं पता था की हत्या को कब अंजाम दिया गया.
पत्नी सुनीता देवी ने पुलिस को बताया कि घर से डेढ़ लाख रुपए गायब है. पुलिस को मौके पर ही सुनीता देवी पर शक हो गया था, फिर सुनीता उनके बेटे और अन्य रिश्तेदारों से बारी-बारी पूछताछ की. उनके बयानों में जैसे-जैसे विरोधाभास सामने आता गया पुलिस का शक यकीन में बदल गया. पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद सुनीता देवी और उनके बेटे को हिरासत में ले लिया गया. उनसे कड़ाई से पूछताछ की गई तो दोनों सुपारी किलर की पहचान भी हो गई. सुनीता और उनके बेटे को बुधवार को ही पकड़ लिया गया था. उसके बाद दोनों सुपारी किलर भी हाथ आ गए.
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सुपारी किलर शिबु ने किए चौंका देने वाले खुलासे
सुपारी किलर शिबू ने पुलिस को बताया कि सुनीता देवी ने हत्या की सुपारी देते समय उसे भी अंधेरे में रखा था. सुनीता देवी ने यह बताया था कि आनंद सिंह उसका देवर है और घर में उसकी इज्जत पर बुरी नजर रखता है, इसलिए वह अपने दोस्त के कहने पर डेढ़ लाख रुपए में मर्डर करने को तैयार हो गया. उस रात सुनीता देवी ने शिबू और उसके जीवन साथी को घर में खाना भी खिलाया था. इसके बाद जब आनंद सिंह सो गए तो सुनीता ने उन्हें छत पर से नीचे बुला लिया. दोनों सुपारी किलर ने आनंद सिंह की पीठ पर सोते हुए चाकू से ताबड़तोड़ 6 से 7 वार किए थे. पुलिस उनके कमरे में पहुंची तो खून वहां पर जम चुका था. जाहिर हो रहा था कि पुलिस को हत्या की सूचना कई घंटे बाद दी गई है.
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हत्या के दौरान आनंद सिंह का छोटा भाई भी घर में था, जिसे पुलिस ने क्लीन चिट दी है. पुलिस का कहना है कि उनके छोटे भाई के कमरे में कूलर की तेज आवाज थी इसलिए उन्हें भाई की चीखें नहीं सुनाई दी. दूसरी तरफ हत्यारों ने आनंद सिंह को बचाव या चीखने चिल्लाने का मौका भी नहीं दिया था. उनके ऊपर सोते हुए ताबड़तोड़ चाकू से वार किए थे.