दिल्ली क्राइम ब्रांच के हाथ बड़ी सफलता लगी है. टीम ने शास्त्री पार्क मर्डर मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि, वारदात बीते 30 मई 2024 को वाहिद मस्जिद के करीब पेश आई थी, जब युवक की ब्लेड से काटकर हत्या की गई थी. मृतक की पहचान, 28 साल के जौहर अब्बास के तौर पर हुई है, जो कैब ड्राइवर का काम करता था. गौरतलब है कि, इस सनसनीखेज हत्या की गंभीरता से तफ्तीश के लिए स्थानीय पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया, जिसके बाद पूरे मामले की जांच में जुट गए.
पुलिस टीम ने जानकारी जुटाने के लिए दिल्ली/एनसीआर के आसपास के इलाकों में कई दिन और रात बिताए. हर पहलू की बारीकी से जांच की और आखिरकार लगातार रूट मैपिंग, स्रोतों से मिली जानकारी और तकनीकी और मैनुअल इत्तला के बाद हत्या में शामिल तीन आरोपियों आकाश उर्फ मूसी, योगेश उर्फ बंटी और रोहित को 11 जून 2024 को आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस शिनाख्त में आरोपियों के कब्जे से दो पिस्तौल, आठ कारतूस भी बरामद किए गए हैं.
आखिर क्यों की हत्या?
पुलिस तफ्तीश में पता चला कि, आरोपी आकाश उर्फ मूसी की पत्नी रिया उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक कॉल सेंटर में काम करती थी. कॉल सेंटर के मालिक वकार ने रिया के दस्तावेजों (आधार कार्ड और पैन कार्ड) के इस्तेमाल से एक मोबाइल फोन का फाइनेंस कराया था. साथ ही वकार ने रिया से उसके खाते में ईएमआई की लागत जमा करने का वादा किया था, मगर जब रिया ने नौकरी छोड़ दी, तो वकार ने पैसे जमा करना भी बंद कर दिया... मूसी ने कई बार वकार से इस मसले को सुलझाने को कहा, मगर वकार नहीं माना.
इसलिए मूसी ने वकार से मिलने को कहा, तो उसने उसने शास्त्री पार्क बुला लिया.. अब मूसी अपने दोस्तों रोहित उर्फ टोपी और योगेश उर्फ बंटी को शास्त्री पार्क लेकर पहुंचा. इस दौरान उनके पास चाकू और चॉपर से भरा एक बैग भी था.
मूसी ने वकार से मुलाकात की, वकार ने अपने एक दोस्त अमन को उनके साथ शराब लेने के लिए भेज दिया. जब वह रास्ते में थे, तो अमन को उनके इरादों की भनक लग गई, लिहाज वो चलती गाड़ी से कूदकर फरार हो गया.. जब मूसी और उसके दोस्त शास्त्री पार्क दोबारा पहुंचे, तो वकार भी वहां से जा चुका था. इसी बीच कुछ राहगीर ने तीनों के हाथ में चाकू और चॉपर देख लिया, तो भीड़ हए और मूसी को पीटने लगे, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में मूसी ने लड़के को चाकू से मार दिया और मौके से भाग गया. घायल को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया. पुलिस ने बाद में मृतक की पहचान जौहर अब्बास के तौर पर की. वारदात को अंजाम देने के बाद, मूसी और उसके दोस्त मौके से फरार हो गए.
Source : Mohit Bakshi